सीने पर I Love Muhammad लिखवाकर सड़क पर खडे़ होने वाले दिलशाद के खिलाफ पुलिस ने की कार्यवाही, देखें विडियो।

शामली (उ.प्र.) : आई लव मोहम्मद का यह पूरा मामला कानपुर के रावतपुर क्षेत्र से शुरू हुआ था। सितंबर की शुरुआत में बारावफात के जुलूस के दौरान मुस्लिम युवाओं ने आई लव मोहम्मद लिखे पोस्टर और बैनर लगाए, इसके बाद स्थानीय हिंदू संगठनों ने इसे नई परंपरा बताते हुए आपत्ति जताई और माहौल गर्मा गया। इसके बाद मामले में पुलिस ने हस्तक्षेप करते हुए बैनर हटवा दिए और 9 लोगों को नामजद तथा 15 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। इसमें सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और धार्मिक भावनाओं को भड़काने जैसी धाराएं लगाई गई। इधर I Love Muhammad को लेकर हुए विवाद और तनाव के बीच उत्तर प्रदेश पुलिस अलर्ट मोड पर है। बरेली में हिंसा होने के बाद पुलिस लगातार इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं। इसी बीच यूपी के शामली से I Love Muhammad को लेकर नया मामला सामने आया है। यहां एक युवक सीने में I Love Muhammad लिखवाकर चौराहे पर खड़ा हो गया। अब इस मुस्लिम युवक की ये वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल है।बता दें कि पुलिस ने अब आरोपी दिलशाद के खिलाफ सख्त एक्शन भी ले लिया है।

इस मामले में मिली जानकारी के मुताबिक, वीडियो में सीने पर I Love Muhammad लिखवाकर खड़े शख्स का नाम दिलशाद है। दिलशाद शामली के कोतवाली क्षेत्र के गांव कुडाना का रहने वाला है। इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि दिलशाद सीने पर I Love Muhammad लिखवाकर प्रदर्शन कर रहा है। दिलशाद ने खुद भी अपनी रील बनाकर, उसे सोशल मीडिया पर डाला है। इसमें वह हाथ में तिरंगा और सीने में I Love Muhammad लिखवाकर सड़कों पर घूमता हुआ दिख रहा है।

पुलिस ने लिया सख्त एक्शन :

बता दें कि दिलशाद की वीडियो सामने आते ही हड़कंप मच गया था। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और मामले की जांच के बाद आरोपी दिलशाद के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया। पुलिस अधिकारी अमरदीप मौर्य ने इस मामले को लेकर बताया, वीडियो में दिख रहा युवक दिलशाद है। उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपी की मंशा क्या थी? इसको लेकर उससे पूछताछ की जा रही है। कानपुर से शुरू हुआ यह विरोध धीरे-धीरे पूरे यूपी और फिर देश के अन्य राज्यों तक फैल गया है।

इसको लेकर पुलिस का कहना है कि मामला सिर्फ बैनर का नहीं बल्कि तय जगह से अलग टेंट लगाने और जुलूस के दौरान दूसरे समुदाय के धार्मिक पोस्टर फाड़े जाने को लेकर एफआईआर हुई है। जबकि मुस्लिम समुदाय का आरोप है कि आई लव मोहम्मद नारे को अपराध की तरह पेश किया जा रहा है, उनका कहना है कि यह तो सिर्फ मोहम्मद पैगंबर के प्रति प्यार और सम्मान जताने का तरीका है। इसमें सांप्रदायिक तनाव भड़काने जैसी कोई बात नहीं है।