पाकिस्तान : पड़ोसी देश पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को 9 मई को दोपहर करीब 3 बजे गिरफ्तार किया गया था। अल-कादिर ट्रस्ट स्कैम केस में पाकिस्तानी रेंजर्स ने NAB (नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो) के आदेश पर ये गिरफ्तारी की। पाकिस्तान के अखबार ‘द डॉन’ के मुताबिक अल कादिर ट्रस्ट घोटाला करीब 60 अरब पाकिस्तानी रुपए का है और इसका फायदा इमरान, पत्नी बुशरा बीबी और बुशरा की दोस्त फराह गोगी ने उठाया।
गिरफ्तारी से पहले इमरान 2 केस में जमानत के लिए हाईकोर्ट पहुंचे थे। गिरफ्तारी के बाद PTI के कार्यकर्ताओं ने देशभर में प्रदर्शन शुरू कर दिया। अल-जजीरा के मुताबिक पुलिस ने अब तक इमरान के 1 हजार समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया है। हर शहर में हिंसा-आगजनी हो रही है। सबसे बड़ा राज्य पंजाब अब फौज के हवाले है। देश में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। इस्लामाबाद में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। अहम शहरों में पैरामिलिट्री फोर्स रेंजर्स की तैनाती भी कर दी गई है।
चीन के CPEC प्रोजेक्ट के कारण उठ रही है यह बात :
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद देश में गृहयुद्ध जैसे हालात हैं। इमरान खान समर्थक पूरे पाकिस्तान में हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच इमरान खान की गिरफ्तारी को कई विश्लेषक चीन के विदेश मंत्री की यात्रा से जोड़कर देख रहे हैं। चीन की इस परियोजना के कारण यह बात आ रही है, जिसमें दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान से चीन के उत्तर-पश्चिमी स्वायत्त क्षेत्र शिंजियांग तक ग्वादर बंदरगाह, रेलवे और हाइवे के माध्यम से तेल और गैस की कम समय में वितरण करना है। चीन ने CPEC प्रोजेक्ट पर लगभग 60 मिलियन डॉलर का निवेश किया है. यह प्रोजेक्ट पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और अक्साई चीन जैसे विवादित क्षेत्रों से होकर गुजरता है. यह प्रोजेक्ट चीन के शिनजियांग प्रांत को ईरान के पास अरब सागर तट पर स्थित ग्वादर पोर्ट से जोड़ता है, जिसमें चीन का 60 मिलियन निवेश है।