राष्ट्रीय : कर्नाटक विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद कांग्रेस पार्टी की नजरें अब सिर्फ इस बात पर टिक गई हैं कि, कर्नाटक का नया मुख्यमंत्री कौन बनेगा। विपक्ष के नेता सिद्धारमैया और कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार सीएम पद के लिए सबसे आगे हैं। सीएम पद पर किस का चयन होगा इस फैसले के लिए दोनों आलाकमान की ओर देख रहे हैं। मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इस सवाल का जवाब देते हुए सिद्धारमैया ने शनिवार को कहाकि, आलाकमान नवनिर्वाचित विधायकों की राय लेगा। और उसी के अनुसार फैसला लिया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि, शिवकुमार और सिद्धारमैया के लिए आलाकमान 50:50 के फॉर्मूले के साथ आ रहा है, क्योंकि लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए दांव बहुत बड़ा है। नया अपडेट यह है कि, रविवार को दोपहर 12 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी। और वहीं बताएगा कौन होगा नया कर्नाटक सीएम।
जननेता के रूप में सिद्धारमैया की है पहचान :
सिद्धारमैया कर्नाटक के एक बड़े नेता हैं। अल्पसंख्यकों, पिछड़ों और दलितों वाले अहिंदा (अल्पसांख्य, हिंदुलिदा और दलित) समूह के बीच सिद्धारमैया जननेता के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने नीति निर्माण और घोषणापत्र के वादों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और आरएसएस की तीखी आलोचना के लिए भी जाना जाता है।
शिवकुमार ने पार्टी को शून्य से शिखर पर पहुंचाया :
कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डी.के.शिवकुमार का काम भी काम महत्वपूर्ण नहीं है। शिवकुमार ने राज्य में पार्टी को शून्य से ऊपर उठाया, जब भाजपा ने 2019 में उसके नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया। उन्होंने पार्टी को संगठित किया और संसाधनों को जमा किया। वह वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं। और कांग्रेस पार्टी के लिए उनसे अधिकांश वोट हासिल करने में कामयाब रहे।