महाराष्ट्र : नासिक में स्थित त्र्यंबकेश्वर मंदिर में बीते शनिवार को इस्लामिक जिहादियों का एक समूह जबरन घुस गया। मुस्लिम युवकों ने ज्योतिर्लिंग पर हरी चादर चढ़ाने की कोशिश की। मंदिर में मुस्तैदी से तैनात सुरक्षा कर्मियों ने उनके इस प्रयास के विफल कर दिया था। जिसके बाद मंदिर समिति ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई थी। त्र्यंबकेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति के निर्देशानुसार मंदिर में हिंदुओं के अलावा किसी अन्य मजहब, मत के लोग नहीं आ सकते हैं। यह मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और करोड़ों लोगों की इस मंदिर में आस्था है।
जब यह घटना हुई तब मंदिर के पास में ही उर्स चल रहा था। जिसमे से आकर कुछ इस्लामिक जिहादियों ने मंदिर में जबरन प्रवेश की कोशिश की। हालांकि इस मामले में एक जानकारी यह भी निकाल कर आ रही है कि मंदिर में प्रवेश कर मुस्लिम युवक त्र्यंबकेश्वर महादेव पर हरी चादर चढ़ाना चाहते थे। जिसे मुस्तैदी से तैनात सुरक्षाकर्मियों ने नाकाम कर दिया।
इस घटना के बाद मंदिर के आस-पास तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। जिसके बाद पुलिस और मंदिर प्रशासन को हस्तक्षेप कर तनाव को शांत कराना पड़ा। वहीं इस घटना को लेकर ब्राह्मण महासंघ ने गहन जांच कर कार्यवाही की मांग की है। कार्यवाही नहीं होने पर ब्राह्मण महासंघ ने उग्र आन्दोलन की चेतावनी दी थी।
आरोप है कि 10 से 12 की संख्या में मुस्लिम युवकों ने मंदिर में घुसने का प्रयास किया था। सिक्योरिटी गार्ड ने अंदर जाने से मना किया तो मंदिर के दूसरे दरवाजे की दीवार के ऊपर चढ़कर मंदिर के अंदर चले गए, इन्होंने त्रंबकेश्वर की भिंडी के ऊपर हरा कपड़ा चढ़ाने और फूलों की चादर चढ़ाने का प्रयास किया लेकिन सिक्योरिटी गार्ड्स ने इन्हें रोक लिया, वहीं, इस घटना के बाद से इलाके में तनाव का माहौल पैदा हो गया है।
डिप्टी सीएम ने कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए :
मामले में गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्यवाही करने के आदेश दिए हैं, इस पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी स्थापित कर आईजी लेवल के अधिकारी की नियुक्ति की गई है, इस जांच को लेकर संत समाज ने देवेंद्र फडणवीस का आभार व्यक्त किया है।
हिंदू संगठनों ने घटना का कड़ा विरोध किया
देवेंद्र फडणवीस के आदेश के बाद नाशिक ग्रामीण के SP शाहजी उमा त्र्यंबकेश्वर मंदिर के लिए रवाना हो गए हैं, वहीं, नासिक के हिंदू संगठनों ने घटना का कड़ा विरोध किया और घटना की शिकायत दर्ज कराई, हिन्दू संगठनों ने कहा की मुस्लिम जानबूझकर हिन्दू मंदिरों के आस-पास बसाहट करते है और हिन्दू धर्म को दूषित करने का प्रयास करते है, पहले यहाँ मुस्लिमों की बसाहट बिलकुल नहीं थी, मुस्लिम कभी भी अन्य धर्मों के मंत्रो और भजनों से दूरी बनाते है, तो फिर यहाँ बसाहट का क्या कारण है, यह हिन्दुओं की धर्म नगरी है। आगे पुलिस ने कार्यवाही करते हुए अब तक 4 से 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, सूत्रों का दावा है कि एसआईटी न केवल इस साल की घटना की जांच करेगी बल्कि पिछले साल की घटना की भी जांच होगी जिसमें भीड़ ने मुख्य प्रवेश द्वार से त्र्यंबकेश्वर मंदिर परिसर में प्रवेश किया था।
घटना का विवरण पकड़े गये आरोपी :
त्र्यम्बकेश्वर मंदिर में जबरन घुसने के आरोप में पुलिस ने जिन चार लोगों को गिरफ्तार किया था उनमें अकील यूसुफ सैय्यद, सलमान अकील सैय्यद, मतिन राजू सैय्यद और सलीम बक्शु सैय्यद शामिल हैं। आरोप है कि इन्होंने संदल जूलूस में शामिल होकर मंदिर परिसर में प्रवेश करने और शिवलिंग पर चादर चढ़ाने की कोशिश की।
त्र्यम्बकेश्वर मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यहां केवल हिंदुओं को ही प्रवेश की अनुमति है। सुरक्षा गार्डों द्वारा चारों लोगों को पवित्र स्थल तक पहुंचने से रोकने के बाद मंदिर प्रबंधन कमेटी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इस घटना के वीडियो विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गए। संदल के आयोजक मतिन सैय्यद ने दावा किया कि आरोपियों ने शिवलिंग पर चादर चढ़ाने की कोशिश नहीं की और वे केवल चादर को मंदिर की सीढ़ियों तक ले गए।
पुरोहितों ने किया मंदिर का शुद्धिकरण :
इस घटना के बाद पुरोहितों ने मंदिर का जल छिड़ककर शुद्धिकरण किया, आसपास के क्षेत्र का माहौल तनाव पूर्ण, पुलिस एहतियातन सतर्क है।