नई दिल्ली : नई संसद त्रिकोणीय आकार की चार मंजिला इमारत है, जिसका निर्मित क्षेत्र 64,500 वर्ग मीटर है। इसके तीन मुख्य द्वार हैं – ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार। इसमें वीआईपी, सांसद और आगंतुकों के लिए अलग-अलग प्रवेश द्वार हैं। टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड द्वारा निर्मित इस भवन में भारत की लोकतांत्रिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए एक भव्य संविधान हॉल, सांसदों के लिए एक लाउंज, एक पुस्तकालय, कई समिति कक्ष, भोजन क्षेत्र और पर्याप्त पार्किंग स्थान दिया गया है।
पीएम मोदी ने आज नए संसद भवन का उद्घाटन किया। हवन-पूजन के कार्यक्रम के बाद पीएम मोदी ने सेंगोल को दंडवत प्रणाम किया और उसे लोकसभा में स्पीकर के आसन के पास स्थापित किया। पीएम मोदी ने नए संसद भवन को राष्ट्र को समर्पित किया है। इसके बाद पीएम मोदी ने संसद भवन के निर्माण में काम करने वाले श्रमिकों को सम्मानित किया।
इसके बाद पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ भी की। ‘मन की बात’ में उन्होंने कहा कि जनभागीदारी सबसे बड़ी ताकत है। मन की बात करने के बाद पीएम कार्यक्रम के दूसरे चरण में शामिल हुए। इस उद्घाटन कार्यक्रम का कई विपक्षी दलों ने विरोध किया और इस कार्यक्रम का बहिष्कार किया। तमिलनाडु के अधीनम संतों ने पूरे विधि-विधान के साथ अनुष्ठान कराया। पूजा में प्रधानमंत्री मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला बैठे थे। धार्मिक अनुष्ठान के बाद अधीनम संतों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सेंगोल सौंपा जिसे नए संसद भवन में स्थापित कर दिया गया है। इस अवसर पर सर्वधर्म प्रार्थना का भी आयोजन किया गया।
जारी किया 75 रुपये का सिक्का :
इस अवसर यादगार के बतौर प्रधानमंत्री ने 75 रुपये का सिक्का भी जारी किया है।
RJD का शर्मनाक बयान :
RJD ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्विट कर संसद भवन की तुलना ताबूत से की है , जिसको लेकर असदुद्दिन ओवैसी समेत भाजपा नेताओं ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है।