रायपुर : जो चीजें गोवा और मुंबई में होती आई है, आज वो सब राजधानी में होने लगा है, गली- गली गांजे के नशे में झूमते छोटे डॉन बने फिरते युवा , बेवजह के विवाद खड़े करके लोगों पर चाकू से हमला करते, आये दिन छोटे और मंझोले व्यापारियों पर नशेड़ियों के हमले से परेशान राजधानी वासी, राजधानी नशे का कारोबार करने वालों का केंद्र बनता जा रहा है। ड्रग्स और नशे की सामग्री की होम डिलीवरी तक हो रही है। पुलिस की कार्यवाही में हर बार तस्करों के पैडलर हत्थे चढ़ रहे हैं। नशे के कारोबार के सरगना, बिचौलिए और नशीली सामग्री का सेवन करने वालों के पते अब तक पुलिस को नहीं मिले हैं। कई बार करोड़ों रूपये तक की ड्रग्स और लाखों रुपये का गांजा राजधानी में पकड़ा जा चूका है, लेकिन इस पर कोई लगाम नहीं लग पा रही है।
कोडवर्ड के सहारे चलता है खेल :
नशीली सामग्री सप्लाई करने के साथ, उसकी खरीदारी करने वाला भी आरोपी है? पुलिस ने अब तक इस दिशा में सख्त कार्यवाही नहीं की है। पुलिस की इस आधी-अधूरी कार्यवाही पर कानून के जानकार सवाल उठा रहे हैं। नशे का कारोबार कोडवर्ड के सहारे चल रहा है। पार्टियों की आड़ में धड़ल्ले से नशीली सामग्रियों को खपाया जा रहा है। हाईप्रोफाइल होटल और प्राइवेट फॉर्म हाउस में खुलेआम नशे की पार्टियां हो रही है । इसके बाद भी पुलिस जांच का दायरा नहीं बढ़ा पा रही है। कानून के जानकारों का कहना है कि पुलिस बीते तीन वर्षों से लगातार ड्रग्स, गांजा, चरस बेचने वालों पर कार्यवाही कर रही है। लेकिन, अब तक कोई भी बड़ा तस्कर पुलिस के हाथ नहीं लगा है।
सब्जेक्ट एक्सपर्ट :
नशीली सामग्री बेचने वाले और उन्हें खरीदने वालों के लिए सख्त नियम बनाए गए हैं। सप्लायर और कंज्यूमर दोनों पर कार्यवाही होनी चाहिए। इस अवैध कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए पुलिस के साथ राजनेताओं की इच्छा शक्ति आवश्यकता है। पुलिस, जिला प्रशासन और सरकार के जिम्मेदार इस तरह के आरोपियों को जड़ से खत्म करने के लिए बुलडोजर एक्शन लेना चाहिए। डर से ही इस तरह के आरोपियों को खत्म किया जा सकता है।
– राजीव शर्मा, रिटायर्ड एएसपी
अफीम सप्लायर के खिलाफ कागजों में जांच :
6 जनवरी 2023 को खमतराई पुलिस ने भनपुरी में नाकाबंदी करके अफीम तस्कर लखविंदर सिंह उर्फ़ पिंटू और बिट्टू मसीह निवासी दुर्ग को पकड़ा था। पूछताछ में आरोपियों ने 1 किलो अफीम चिचोला से लाने और राजनांदगांव में खपाने की बात स्वीकारी थी। पुलिस अब तक इस मामले में सप्लायरों का आज तक पता नहीं लगा पाई है। ये मामले लगातार बढ़ रहे है।
गोवा से माल सप्लायरों की नहीं मिली जानकारी :
25 दिसंबर 2022 को एसीसीयू की टीम ने अंबुजा मॉल की पार्किंग से पांच ड्रग्स पैडलर्स को पकड़ा था। गिरोह में युवतियां भी शामिल थी। पुलिस ने इन आरोपियों से 18 पैकेट में कुल 6.9 ग्राम एमडी ड्रग्स जब्त किया था। मामले में अब तक पैडलर्स को ड्रग मुहैय्या करवाने वाले गिरोह का पता पुलिस नहीं लगा पाई है। ऐसे ही कई केस पेंडिंग है।
पुलिस कर रही तलाश :
29 नवंबर 2022 को कबीर नगर पुलिस ने कोकीन के साथ दो आरोपियों को पकड़ा था। इन आरोपियों से 27 ग्राम कोकीन पुलिस ने बरामद किया था। आरोपियों का नाम कार्यवाही के दौरान पुलिस ने दविंदर सिंह और मनप्रीत सिंह को बताया था। इन आरोपियों को कोकीन सप्लाई कौन कर रहा था? इस सवाल का जवाब अभी भी पुलिस तलाश रही है।
तस्करों और उनके नेटवर्क को जड़ से खत्म करने के लिए लगातार हमारी टीम कार्यवाही कर रही है। तस्करों और उनसे जुड़े संदेहियों पर लगातार मॉनिटरिंग रहती है। पुलिस की सख्त के चलते कई आरोपी इस अवैध कारोबार से बाहर हो गए हैं। कई बार चेन में दूसरे राज्यों के लोग रहते हैं, तो कार्यवाही करने में दिक्कत होती है। – दिनेश सिन्हा, डीएसपी, एसीसीयू
राजधानी की गली – गली में बिक रहा है गांजा और पैदा हो रहे है चाकूबाज :
शहर में नशे के कारोबार को नकारा नहीं जा सकता , रात को भी पबों में बड़े घरों के युवा करते है नशा, पहले यह सब छोटे स्तर पर था अब बड़े स्तर पर चल रहा है, पहले दस रूपये के गांजे की पुड़िया और 5 रूपये की सोल्यूशन की ट्यूब से काम चल जाता था, अब तो लाखों के ड्रग्स का कारोबार बन गया है ये नशा, नशे में युवा क्या हरकत कर दे कहा नहीं जा सकता है। आये दिन चाकूबाजी की घटनायें इस नशे के कारण ही हो रही है।