रायपुर : राजधानी से 25 किलोमीटर दूर नवा रायपुर में पिकनिक मनाने गए चार युवक ब्लू वॉटर टैंक खदान में नहा रहे थे। इस दौरान करीब 250 फीट गहरी खदान में तीन युवक डूब गए। माना थाना क्षेत्र स्थित स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट के सामने ब्लू वाटर के नाम से चर्चित खदान में रविवार शाम को नहाने गए चार युवक गहरे पानी में डूब गए। एक युवक किसी तरह बाहर निकलने में कामयाब रहा। जबकि खदान से तीसरे युवक का शव सोमवार को मिला। यह घटना रविवार शाम साढ़े चार से पांच बजे के बीच की है। जहाँ 3 युवकों की पानी में डूबने से मौत हो गई।
आज फिर से एसडीआरएफ की टीम खदान में उतरी :
जानकारी मिलते ही माना थाना पुलिस के साथ एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। ब्लू वाटर खदान में डूबे युवकों की तलाश में देर शाम तक बचाव दल जुटा रहा। इस बीच दो युवकों का शव निकाल लिया गया जबकि एक का शव दूसरे दिन सोमवार को मिला। सोमवार सुबह फिर से गोताखोरों के साथ एसडीआरएफ की टीम खदान में उतरी। गोताखोरों और एसडीआरएफ की टीम ने घंटों बाद तीसरे युवक के शव को ढूंढ निकाला। इससे पहले रविवार को अंधेरा होने के कारण बचाव दल खदान से बाहर निकल गया था।
माना एयरपोर्ट की तरफ गए थे घूमने :
माना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बीरगांव, गाजीनगर निवासी नदीम अंसारी, शाहबाज अंसारी, फैजल आजम और असगर अली रविवार दोपहर के समय माना एयरपोर्ट की तरफ घूमने गए थे। एयरपोर्ट के सामने स्थित ब्लू वाटर खदान में पानी भरा देखकर चारों नहाने के लिए उतर गए। पानी की गहराई का इन युवकों को अंदाजा नहीं था। चारों नहाते-नहाते गहराई में चले गए। खबर है कि एक-दूसरे को बचाने के चक्कर में तीन युवक डूब गए। जबकि असगर पानी से बाहर निकलने में सफल रहा। पानी से निकलने के बाद असगर ने वहां उपस्थित आसपास के लोगों को साथियों के डूबने की जानकारी दी।
जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस, एसडीआरएफ के गोताखोरों की टीम पहुंची और खदान में डूबे युवकों की तलाश शुरू कर दी। कुछ देर बाद फैजल और नदीम का शव किसी तरह खदान से बाहर निकाला गया जबकि शाहबाज अंसारी का पता नहीं चल पाया था। जिसको सुबह टीम ने खोजा।
अंधेरा होने की वजह से सर्च लाइट की तलाश :
शाम छह बजे के करीब गोताखोरों की टीम ने पानी में डूबे युवकों की तलाश शुरू की। शाम सात बजे के बाद अंधेरा होने की वजह से गोताखोरों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बावजूद इसके सर्च लाइट की मदद से खोजबीन में टीम जुटी रही। सफलता नहीं मिलने पर सुबह फिर टीम खोजबीन में लगी रही।
गूगल से ली जानकारी, फिर पहुंच गए नहाने :
पुलिस के मुताबिक असगर और उसके साथी गूगल पर सर्च कर जानकारी जुटाने के बाद ब्लू वाटर पहुंचे। घटना की जानकारी पानी में डूबे युवकाें के स्वजनों को दी गई। जानकारी मिलने के बाद स्वजन घटनास्थल पर पहुंच गए। असगर और उसके साथी छात्र बताए जा रहे हैं, सभी की उम्र 18 से 20 वर्ष के आसपास है। इस घटना को लेकर उनके मोहल्ले में शोक की लहर है।
ब्लू वाटर टैँक दरअसल पुराना पत्थर खदान है। करीब ढाई सौ फीट गहरा रहता है। इसके किनारे से करीब 5 मीटर आगे जाने पर गहराई शुरू हो जाती है। डूबने वाले युवक कमर तक पानी में उतरे थे, लेकिन धीरे-धीरे 5 मीटर और आगे चले गए। इसके बाद वे गहराई में डूब गए। घटना के समय अन्य लोग भी टैंक में नहा रहे थे। लेकिन वो लोग ज्यादा अन्दर नहीं गये। तीनों युवक गाजी नगर के रहने वाले हैं। पढ़ाई और जॉब करते थे। एक साथ तीन परिवार के घर गमी से पूरे मोहल्ले में मातम छा गया है।उनके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल रहा। माना पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना में लिया है।
नीला पानी दिखने से सेल्फी पाइंट बना :
ब्लू वॉटर टैंक काफी गहरा है। इस कारण इसके पानी का रंग नीला दिखाई देता है। इस कारण बड़ी संख्या में युवाओं और कपल्स का यहां आना-जाना होता रहता है। यह सेल्फी पाइंट बन गया है। पुलिस की पेट्रोलिंग टीम दिन में चक्कर भी लगाती है। पुलिस के जाने के बाद लोग फिर पहुंच जाते हैं। यहाँ इससे पहले भी कई घटनाएं हो चुकी है। इसमें डूबने से कई युवक-युवतियों की मौत हो चुकी है। इसके बावजूद जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा का कोई सुरक्षा उपाय नहीं किया गया है। टैंक के चारों ओर सुरक्षा घेरा तक नहीं बनाया गया है। टैंक की गहराई और खतरे को बताते हुए कोई संकेतक भी नहीं लगाया गया है।
चार युवक नहाने उतरे थे। इनमें से तीन डूब गए। दो युवकों की बॉडी मिली है। तीसरे की सोमवार को फिर तलाश की गई।
-भावेश गौतम, टीआई, माना, रायपुर