व्यापार : शेयर बाज़ार में कोरोना के बाद से लोगों का काफी हद तक निवेश बना था , उस समय कोरोना के 1 वर्ष तक भारत में 7 करोड़ डीमैट खाते खुल चूके थे जो अब जाकर 15 करोड़ से भी ज्यादा हो चूके है। शेयर मार्किट में आमतौर पर कंपनी की ग्रोथ , व्यापार , शेयर का रेट समझकर लम्बे समय तक पूंजी लगाना सही होता है, लेकिन आगे क्या हो सकता यह कह पाना मुश्किल ही होगा। आइये अब जानते है शेयर मार्केट में अगले सप्ताह क्या भारी गिरावट या बड़ी तेजी आ सकती है। स्टॉक मार्केट के विशेषज्ञों ने यह अनुमान लगाया है। एक्सपर्ट का कहना है कि सोमवार से शुरू हो रहे सप्ताह में औद्योगिक उत्पादन (IIP) और महंगाई जैसे वृहद आर्थिक आंकड़े शेयर बाजारों की दिशा तय करेंगे। इसके अलावा अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व का ब्याज दर पर निर्णय तथा वैश्विक रुख भी भारतीय शेयर बाजारों के लिए महत्वपूर्ण रहेगा।
इसके अलावा विदेशी कोषों की गतिविधियां भी शेयर बाजार की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहेंगी। मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, अरविंदर सिंह नंदा ने बताया कि बीते सप्ताह निफ्टी 50 इंडेक्स में रोलर-कोस्टर चाल देखी गई। सप्ताह के अंत में निफ्टी 18563.40 पर बंद हुआ, जो पिछले सप्ताह की तुलना में 0.16% की मामूली वृद्धि दर्शाता है। हालांकि, शूटिंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न मौजूदा रुझान में संभावित उलटफेर का सुझाव देता है। नतीजतन, हम उम्मीद करते हैं कि एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज 21-दिन के करीब 18480-18460 के जोन में जाने का मार्ग प्रशस्त करेगी। यह सपोर्ट टूटने पर निफ्टी 18320 की ओर रुख करेगा। वहीं, तेजी आने पर निफ्टी 18650-18670 का लेवल दिखा सकता है। यहां पर रेजिस्टेंस देखने को मिलेगा।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि.के वरिष्ठ उपाध्यक्ष तकनीकी शोध अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘अब सभी की निगाहें संकेतकों के लिए अमेरिकी केंद्रीय बैंक की बैठक के नतीजों पर है, जो 14 जून को आएंगे। बाद के सत्रों में यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ECB) और बैंक ऑफ जापान (BOJ) भी अपने नीतिगत निर्णयों की घोषणा करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वृहद आर्थिक मोर्चे पर बाजार भागीदारों की निगाह इस सप्ताह आईआईपी, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति और थोक मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर रहेगी। इसके अलावा मानसून की प्रगति पर भी सभी की निगाह रहेगी।’’ वृहद आर्थिक मोर्चे पर अप्रैल के औद्योगिक उत्पादन तथा मई के मुद्रास्फीति (Inflation) के आंकड़े सोमवार को आएंगे। थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़ों की घोषणा बुधवार को होगी।
केंद्रीय बैंकों पर रहेगी सबकी नजर
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लि.के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा कि यह सप्ताह काफी महत्वपूर्ण रहेगा क्योंकि कई केंद्रीय बैंक ब्याज दरों पर अपने निर्णयों की घोषणा करेंगे। उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण 14 जून को आने वाली फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक के नतीजे रहेंगे। इसके अतिरिक्त बैंक ऑफ जापान और यूरोपीय केंद्रीय बैंक की नीतिगत बैठक भी महत्चपूर्ण रहेगी। मीणा ने कहा, ‘‘‘‘15 जून को घोषित किए जाने वाले चीन के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों पर भी सभी की निगाह रहेगी, क्योंकि आर्थिक प्रोत्साहन को लेकर चीजें इसी पर टिकी हैं।’’ उन्होंने कहा कि घरेलू मोर्चे पर इस सप्ताह औद्योगिक उत्पादन और मुद्रास्फीति के आंकड़े आएंगे। शेयर बाजार के निवेशकों की निगाह वैश्विक स्तर पर ब्रेंट कच्चे तेल के दाम और रुपये के उतार-चढ़ाव पर भी रहेगी। वैश्विक परिस्थिति क्या बनती है यह समझना काफी आवश्यक है, क्यूंकि अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में सभी देश एक दूसरे से जुड़े हुये है, जिसका असर सभी देशों पर पड़ता है।
वैश्विक घटनाक्रमों से दिशा लेगा बाजार :

पिछले सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 78.52 अंक या 0.12 प्रतिशत के लाभ में रहा। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में 29.3 अंक या 0.15 प्रतिशत की बढ़त रही। मास्टर कैपिटल सर्विसेज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंदर सिंह नंदा ने कहा, ‘‘इस सप्ताह खुदरा और थोक मुद्रास्फीति और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों से बाजार को दिशा मिलेगी। अमेरिका के खुदरा मुद्रास्फीति और बेरोजगारी दावे के आंकड़ों, फेडरल रिजर्व की बैठक और कच्चे तेल के दाम भी बाजार की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहेंगे।’’ मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘घरेलू मोर्चे पर प्रमुख घटनाक्रम पीछे छूट चुके हैं। ऐसे में इस सप्ताह स्थानीय बाजार वैश्विक घटनाक्रमों से दिशा लेगा।’’
शेयर मार्किट में पैसा लगाने के बाद क्या करें ? :
अगर अचानक से मार्केट गिरता है तो घबराने की आवश्यकता नहीं है, कभी भी तुरंत शेयर बेचने की हड़बड़ी ना करें, अगर मार्केट उम्मीद से ज्यादा गिर भी जाये तो सब्र करें, और उसको समझने का प्रयत्न करें, जितने में आपने शेयर लिये है, अगर उस दाम पर वापस नहीं आ सकते तो उसके उतार चढाव को समझकर, कदम बढायें।