रायपुर : सुबह – सुबह जब लोग उठे तो उनकी गाड़ियाँ जली हुई मिली, 15 अगस्त की सुबह वैसे तो देश के लिए जश्न से भरी हुई थी। मगर रायपुर की एक बस्ती में कई परिवारों के लिए यह सुबह मुसीबत बनकर आ गई। दरअसल यहां 10 से अधिक बाईकें जला दी गई। गाड़ियां किसने जलाई, क्यों जलाई यह पता नहीं चल सका है। मामले की जांच रायपुर की पुलिस कर रही है। यह घटना रायपुर के सड्डू बस्ती क्षेत्र की है। यहां लोगों ने अपने घरों के बाहर गाड़ियां खड़ी कर रखी थीं। देर रात किसी ने गाड़ियां जला दीं और भाग गया। तब सभी लोग सो रहे थे और गाड़ियां बाहर जलती रही। जब सुबह लोगों का ध्यान गया तो कुछ गाड़ियां तो पूरी खाक हो चुकी थीं। सुबह जब स्वतंत्रता दिवस मनाने मोहल्ले के लोग निकले तो उन्होंने जली हुई गाड़ियां देखीं।
स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद अब पुलिस ने इस मामले की छानबीन शुरू की है। आसपास के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है । शक है कि किसी शरारती तत्व ने नशे में इस कांड को अंजाम दिया होगा । पुलिस जल्द ही बदमाश को पकड़ने का दावा कर रही है। जिन लोगों की गाड़ियां जल गईं, अब उनके सामने काम पर जाने, नई गाड़ी खरीदने जैसे संकट आन पड़े हैं। गरीब तबके के लोगों पर आजादी के जश्न के दिन मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा।
थाने में भी हो चुका है ऐसा ही कांड :
कुछ महीने पहले रायपुर के कोतवाली थाना परिसर में भी इसी तरह का कांड हो चुका है, जहाँ अलग-अलग कार्यवाही में जब्त गाड़ियां खाक हो गई थीं। आधी रात पुलिसकर्मी भागकर थाने से बाहर आए, आग बुझाने का प्रयास किया मगर कई गाड़ियां जल चुकी थीं। दो दिन बाद इस घटना की जांच में खुलासा हुआ कि आसपास रहने वाले घुमंतू अधेड़ ने खुद के लिए अलाव की तरह आग लगाने के चक्कर में गाड़ियों में आग लगा दी थी, उसे गिरफ्तार किया गया था।
ऐसी ही कई घटनायें सामने आ चुकी है :
भाटागांव में भी रात के समय घर के बाहर खड़ी एक नई कार में आग लगी थी, समता कॉलोनी और चौबे कॉलोनी में भी घर के बाहर खड़ी गाड़ियों में आग लगने की घटना सामने आ चुकी है, राजधानी सहित कवर्धा और बिलासपुर जैसे शहरों में भी ऐसी घटनायें कई बार हो चुकी है।