महादेव सट्टा ऐप केस में कांस्टेबल गिरफ्तार, पकड़ने में EOW को करनी पड़ी कड़ी मशक्कत।

रायपुर/राजनंदगांव : महादेव सट्टा ऐप से जुडें मामले को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। महादेव सट्टा ऐप मामले में EOW ने निलंबित कांस्टेबल सहदेव यादव को गिरफ्तार किया, जो लंबे समय से फरार था। कांस्टेबल की गिरफ्तारी राजनांदगांव के सोमनी में एक ढाबे पर हुई। EOW ने लंबे समय से फरार चल रहे निलंबित आरक्षक सहदेव यादव को फिल्मी अंदाज में गिरफ्तार किया। उसे राजनांदगांव के सोमनी स्थित एक ढाबे से गिरफ्तार किया गया। सहदेव यादव को गिरफ्तार करने के बाद EOW की टीम राजधानी रायपुर लौट रही है। बताया जा रहा है कि सहदेव काफी समय से फरार चल रहा था। वहीँ सट्टा एप में कई बड़े रसूखदार गिरफ्त में है।

कांस्टेबल का दुबई कनेक्शन :

आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने निलंबित कांस्टेबल सहदेव यादव को राजनांदगांव से गिरफ्तार किया है। सहदेव, अपने भाइयों भीम सिंह यादव और अर्जुन यादव के साथ महादेव ऐप चलाने वाले लोगों से जुड़ा था। सहदेव अक्सर दुबई स्थित सट्टेबाजी ऐप के संचालक सनी सतनाम से संवाद करता था। सहदेव कई महीनों से गायब था, उसका अंतिम पता मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में था। इस दौरान, वह ऑनलाइन सट्टेबाजी पैनल का संचालन करता रहा। वह लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था। बता दें कि सहदेव और उनके भाइयों को दुर्ग पुलिस के सबसे अमीर सिपाहियों  में से एक माना जाता है। उनके पास एक आलीशान घर और कई महंगी गाड़ियां हैं। सहदेव के पास शहर के एक पॉश इलाके में एक प्लॉट और एक आलीशान मकान भी है। संपत्ति इतनी की किसी का भी शक आसानी से चला जाये।

एसपी ने किया निलंबित :

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नवंबर 2022 में, तत्कालीन दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने सहदेव यादव और भीम सिंह की ऑनलाइन सट्टेबाजी गतिविधियों में शामिल होना पाया था। नतीजतन, भीम सिंह को लाइन अटैच और सहदेव को निलंबित कर दिया गया था। वहीं, इन कार्रवाइयों के बाद, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भीम सिंह यादव को गिरफ्तार कर लिया था। हम लगातार इस मामले में बता रहे है, कि इस कृत्य में छोटे स्तर से लेकर बड़े स्तर तक के नेता, अधिकारी और आम लोग लगे हुये है।