नमाज अदा कर रहे लोगों पर गिरी मिसाइल, हमले में 100 लोगों की मौत, सामने आई ये घटना….।

दीर अल-बलाह/गाजा (इजराइल) : गाजा सिटी में शरणार्थी शिविर में तब्दील एक स्कूल पर शनिवार तड़के हुए इजराइल के हवाई हमले में कम से कम 100 लोगों की मौत हो गई है। अधिकारियों ने कहा कि इजराइल और हमास के बीच 10 महीने से जारी युद्ध में यह हमला अब तक के भीषण हमलों में से एक है। इजराइली सरकार ने हमले की बात स्वीकार करते हुए दावा किया है कि उसने स्कूल के अंदर स्थित हमास के कमान सेंटर को निशाना बनाया। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि मध्य गाजा में तबीन स्कूल पर हुए हमले में 47 लोग घायल भी हुए हैं।

स्कूल का इस्तेमाल युद्ध के चलते अपने घरों को छोड़कर भागने को मजबूर हुए लोगों को शरण देने के लिए किया जा रहा था। गाजा सिटी में अल-अहली अस्पताल के निदेशक फदेल नईम ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ से कहा कि हवाई हमले में मारे गए 70 लोगों के शव और 10 अन्य के शरीर के अंग लाए गए हैं। लोगों को बचाने में जुटे एक प्रत्यक्षदर्शी अबू अनस के अनुसार, हमला बिना किसी चेतावनी के सुबह सूर्योदय से पहले हुआ, जब लोग स्कूल के अंदर स्थित मस्जिद में नमाज अदा कर रहे थे। इस घटना से लोग सहम गये, यह हमला अचानक हुआ।

मस्जिद और स्कूल के अंदर गिरी मिसाइल :

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जानकारी के अनुसार ‘वहां लोग नमाज कर रहे थे, कुछ लोग नहा रहे थे और कुछ ऊपर सो रहे थे, जिनमें बच्चे, महिलाएं और बूढ़े भी शामिल थे।’ उन्होंने कहा, ‘मिसाइल अचानक उन पर गिर गई। पहले एक मिसाइल गिरी, फिर एक और। हमने शवों के अंग बरामद किए हैं।’ हमास की स्थानीय सरकार के तहत काम करने वाले नागरिक सुरक्षा दल के प्रवक्ता महमूद बस्सल ने बताया कि तीन मिसाइल स्कूल और मस्जिद के अंदर गिरीं, जहां युद्ध के कारण लगभग 6,000 लोग शरण लिए हुए थे।

मृतकों में से अधिकांश की पहचान नहीं हो पाई है और मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई गई है। बस्सल ने कहा कि मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, युद्ध के दौरान छह जुलाई तक गाजा के 564 स्कूलों में से 477 पर सीधा हमला हुआ है। स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार जून में, मध्य गाजा में विस्थापित फलस्तीनियों को आश्रय देने वाले एक स्कूल पर इजरायली हमले में कम से कम 33 लोग मारे गए थे, जिनमें 12 महिलाएं और बच्चे थे।