राकेश डेंगवानी/रायपुर : घटना कुछ इस प्रकार है, सिन्धी समाज की मांग पर कटोरा तालाब का नाम श्री झुलेलाल सरोवर किया गया, जिस पर कुछ लोगों ने आपत्तिजनक टिप्पणी की है, और साथ में भगवान झुलेलाल के नाम से अपने फेसबुक अकाउंट पर अपमानजनक कमेंट करके समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है , जिसके कारण सिन्धी समाज में आक्रोश है। जिसको लेकर सिंधी समाज के वरिष्ठ और युवा पदाधिकारियों का समूह रायपुर के सिविल लाइंस थाने पहुंचा। यहां सभी ने सोशल मीडिया पर की जा रही बातों के बारे में पुलिस को बताया। समाज के पदाधिकारियों ने कुछ सोशल मीडिया अकाउंट्स की जानकारी भी पुलिस को दी है। साथ ही इन पर कार्यवाही की मांग भी की गई।
पूर्व विधायक सुन्दरानी के साथ प्रतिनिधिमंडल मिला CSP से, दर्ज नहीं हो पाई FIR :
सिविल लाईन थाना CSP वीरेंद्र चतुर्वेदी को समाज के प्रतिनिधि मंडल ने पूर्व विधायक श्रीचंद सुन्दरानी के नेतृत्व में उक्त घटना की शिकायत की, जिसको लेकर पूर्व विधायक श्रीचंद सुन्दरानी ने कहा FIR जरुर दर्ज होगी , लेकिन आज एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी अभी तक ना ही FIR दर्ज हुई और ना ही दोषियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई। पूर्व विधायक श्रीचंद सुन्दरानी ने बताया था पुलिस ने प्राथमिक जांच के लिए 24 घंटे का वक्त मांगा है इसके बाद FIR दर्ज करने की बात कही गई है। जो की अभी तक दर्ज नहीं हो पाई है। यह मामला लगभग विगत 20 दिन से चल रहा है।

समाज का प्रतिनिधिमंडल आज दुबारा मिला ASP से :
विगत दिनों सरकारी तौर पर कटोरा तालाब का नाम सिन्धी समाज की मांग पर झुलेलाल सरोवर कर दिया गया , जो सरकार की पूर्ण सहमति और वैधानिक तरीके से किया गया, जिसमें प्रशासन की भी सहमति रही , जिस पर कुछ लोग लगातार भगवान झुलेलाल और समाज के नाम से सोशल मिडिया पर अनर्गल और अनुचित टिप्पणी करते रहे है, इससे सिंधी समुदाय नाराज है। पूर्व की शिकायत पर कोई कार्यवाही ना हो पाने के कारण युवा भाजपा नेता सचिन मेघानी , मोनू आहूजा , समाजसेवी राजेश वाधवानी के साथ कई युवा नेता अपनी शिकायत दर्ज करवाने ASP अभिषेक माहेश्वरी से मिले, जिन्होंने साइबर जांच के बाद मामले पर संज्ञान लेने की बात कही।
क्या है घटना :
जैन साधु-संतों व मुनियों के खिलाफ अभद्र व विवादित टिप्पणी करने के आरोप में छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के नेता अमित बघेल को 31 मई 2022 को गिरफ्तार कर लिया गया था। वे हसदेव अरण्य मामले में प्रदर्शन करने सरगुजा गए थे। बालोद जिले की पुलिस ने उन्हें वहीं से गिरफ्तार किया। छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी का विरोध करते हुए जमकर नारेबाजी भी की थी। हाल में उन्हें रिहा किया गया है। इसी से जुड़े सौरभ चंद्राकर नामक व्यक्ति से भगवान झुलेलाल के नाम से अशोभनीय टिप्पणी की है, उसी की पोस्ट पर लोगों ने अभद्र कमेन्ट किये है , ये मामला सोशल मीडिया पर शहर के कटोरा तालाब का नाम झूलेलाल सरोवर किए जाने का से सम्बंधित है। इस पर कई तरह की बातें सिंधी समुदाय को टारगेट करते हुए लिखी जा रही हैं। जिस पर सिन्धी समाज कार्यवाही की मांग कर रहा है।