संत श्री आशाराम बापू की प्रेरणा से 25 दिसंबर को साधक परिवार मनायेगा तुलसी पूजन दिवस।

रायपुर : भारतीय हिन्दू संस्कृति को बचाने में प्रयासरत संत श्री आशाराम बापू ने पाश्चात्य दिवसों की जगह पर हिन्दू संस्कृति दिवसों का आयोजन किया था, उसी रित को निभाते हुये परम पूज्य संत श्री आशाराम जी बापू की पावन प्रेरणा से 25 दिसंबर को तुलसी पूजन दिवस पूरे विश्व में मनाया जा रहा है, बापू जी कहते है तुलसी के पौधे लगाना-लगवाना, माने हजारों लाखों रुपयों का स्वास्थ्य खर्च बचाना है,पर्यावरण रक्षा करना है। तुलसी एक है मगर इसके लाभ तो अनेक है ,तुलसी पूजन 25 दिसम्बर को श्रद्वा भक्ति से 108 फेरे परिक्रमा करेगा, उसकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण हो जायेगी।

जहाँ विश्वास होता है वहीँ मनोकामना फलीभूत होती है। तुलसी पूजन करने से शारीरिक मानसिक लाभ के साथ साथ,आर्थिक लाभ भी होता है। इसकी महिमा का पूरा वर्णन नही किया जा सकता। तुलसी के नित्य सेवन से दर्शन से अमित पुण्यो कि प्राप्ति होती है। मीडिया प्रभारी शोभराज मल ने जानकारी दी कि अमावस्या के निमित गोविंदानी परिवार द्वारा भंडारा के आयोजन महेश किराना स्टोर में किया गया व 25 दिसम्बर को तुलसी पूजन के निमित आनंद नगर में श्रीमति कामिनी लुल्ला जी मकान में तुलसी पूजन व वितरण किया गया। इसी कड़ी में 25 दिसम्बर को तेलीबांधा मरीन ड्राइव में तुलसी माता के पौधे को निशुल्क वितरण किया जायेगा व 27 दिसम्बर को पंडरी मार्केट हनुमान मंदिर के सामने भंडार किया जायेगा।

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इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में माहेश्वरी समाज के श्री राजकुमार राठी, सिंधी समाज के वरिष्ठ श्री शंकर लाल दानवानी, साधक परिवार के श्री लक्षमण लेखवानी,श्री सीता राम,श्री हरीश गोविंदानी,श्री डी.डी.साहू,श्री डी नारायण राव,दीपक विधानी, बाल संस्कार केंद्र के बच्चे एवं साधिका बहनें उपस्थित थीं ।