बड़ा खुलासा : अमन साहू और लॉरेंस विश्नोई गैंग में आपस में कोई सम्बन्ध नहीं, अमन साहू का अलग है गैंग।

रायपुर : अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई लगातार सुर्ख़ियों में आ रहा है, छत्तीसगढ़ पंजाब, मुंबई से लेकर कनाडा तक लॉरेंस विश्नोई का नाम अपराध की दुनियां में छाया हुआ है तो वहीँ मध्य भारत में अमन साहू का दबदबा है। अमन साहू मुख्यतः झारखंड का कुख्यात गैंगस्टर है। उस पर कई मामले दर्ज हैं, अब अमन साहू को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है, अब यह साफ हो गया है कि, उसका लॉरेंस बिश्नोई गैंग से कोई कनेक्शन नहीं है। सोमवार को मिडिया से बातचीत करते हुए रायपुर पुलिस ने इसका खंडन किया है। एसएसपी संतोष सिंह ने कहा कि, अमन साहू और लॉरेंस विश्नोई गैंग में कोई सीधा कनेक्शन नहीं मिला है। लेकिन कुछ शूटर्स है, जो दोनो गैंग के लिए काम करते हैं। आरोपियों का किसी व्यक्ति या समूह के काम करने का तरीका पता करने की कोशिश की जा रही है। गैंगस्टर अमन साहू के साथ लगभग 18 और आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा है। 

एक हप्ते पहले लाया गया है रायपुर :

झारखंड जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को सोमवार की रात कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रायपुर लाया गया है। उसे जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाया गया है। जिसमें छत्तीसगढ़ और झारखंड की 30 से अधिक सशस्त्र पुलिस बल की टीम मौजूद थी। अमन साहू को रायपुर पहुंचने के बाद सीधे क्राइम ब्रांच के ऑफिस में रखा गया, जहां सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं। पुलिस के अनुसार, उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा और रिमांड पर लिया जाएगा, ताकि उसके खिलाफ चल रहे मामलों में पूछताछ की जा सके। अमन साहू पर तेलीबांधा में कारोबारी के ऑफिस के बाहर शूटआउट करवाने का आरोप है। गैंग की महिला सदस्य समेत 12 सदस्यों को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। अमन साहू के गैंग की सक्रियता झारखंड और छत्तीसगढ़ में सामने आई है, साथ ही वह झारखण्ड में चुनाव भी लड़ना चाहता है।

6 आरोपी पहले हो चुके हैं गिरफ्तार :

राजधानी रायपुर में दहशत का माहौल बनाने वाले कुछ शूटर्स पहले ही गिरफ्तार कर लिए गए थे। इन शूटर्स ने 13 जुलाई को तेलीबांधा क्षेत्र में कारोबारी के ऑफिस के सामने दिन दहाड़े फायरिंग कर दहशत माहौल बनाया था। रायपुर पुलिस ने बताया था कि, तेलीबांधा क्षेत्र में हुए गोलीकांड के 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनमें से तीन आरोपियों को हरियाणा से पकड़ा गया है, वहीं तीन आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था। पुलिस ने बताया कि, झारखंड के अमनदीप वाल्मीकि गिरोह ने फायरिंग की इस घटना को अंजाम दिया था। इस घटना के बाद में राजधानीवासी दहशत में आ गये थे।

सभी अमन साहू गैंग के थे मेंबर्स :

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पुलिस के मुताबिक ये सभी आरोपी अमन साहू गैंग के अंदर काम करते थे। पुलिस ने बताया कि, आरोपियों को पकड़ने के लिए 10 से 12 टीम दूसरे राज्यों में भेजी गई थीं। 2 को झारखंड से और सिरसा से 4 लोगो को गिफ्तार किया गया है। हालांकि अभी मुख्य शूटर पुलिस की पकड़ से बाहर है। लेकिन पुलिस का कहना है कि, वह मुख्य शूटर के काफी करीब पहुंच गई है, और उसकी किसी भी वक्त गिरफ्तारी हो सकती है। ज्ञात हो कि सबसे शांत प्रदेश होने के कारण और भारत के मध्य में होने के कारण अब छत्तीसगढ़ अपराधियों का मुख्य केंद्र बन चुका है, उत्तर प्रदेश में पुलिस की कड़ी कार्यवाही के चलते कई अपराधिक तत्वों ने छत्तीसगढ़ का रूख कर लिया है। वहीँ अपराधियों के लिये छत्तीसगढ़ सेफ जों बन चुका है, राज्य की पुलिस कार्यवाही तो लगातार कर रही है, लेकिन अपराधियों के स्तर के हिसाब से कार्यवाही कड़ी नहीं है।