रायपुर : छत्तीसगढ़ की राजनीति और नौकरशाही में पिछले चार सालों में सौम्या चौरसिया, सबसे चर्चित और प्रभावशाली नाम रहा है। पहले ही उन पर कई मामले चल रहे है अवैध वसूली और ज़मीन से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में की गई थी गिरफ़्तारी। अब पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उपसचिव सौम्या चौरसिया को आय से अधिक संपत्ति के मामले में आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने गिरफ्तार किया गया है। तत्कालीन सरकार में मंत्री-विधायक और अफसरों से जुड़े हर छोटे-बड़े प्रशासनिक और राजनीतिक फ़ैसले को सौम्या चौरसिया से जोड़ा जाता रहा है।
कुछ महीने पहले ईओडब्ल्यू ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में नई एफआईआर दर्ज की थी, जिसके बाद आज सौम्या चौरसिया को गिरफ्तार किया गया है। यह मामला जुलाई 2024 में दर्ज हुआ था, जिसमें सौम्या पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। गिरफ्तारी के बाद सौम्या को दस दिन की न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है। उन्हें जेल से गिरफ्तार कर विशेष न्यायाधीश निधि शर्मा की कोर्ट में पेश किया गया। कोयला लेवी घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग केस में 2 दिसंबर 2022 को गिरफ्तार किया गया था। तब से वो जेल में बंद रही है।
सौम्या, रानू और समीर पर पहले से दर्ज हैं तीन FIR
इसी साल 2 जुलाई को निलंबित IAS रानू साहू और समीर विश्नोई के साथ ही सौम्या चौरसिया के खिलाफ 3 नई FIR दर्ज की गई थी। सौम्या पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। अब इसी केस में पूछताछ भी होगी। विशेष अदालत ने सौम्या चौरासिया को 10 दिनों के लिए EOW के कस्टोडियल रिमांड पर भेज दिया है।
महामृत्युंजय मन्त्र, इसकी उत्पत्ति की कथा और महत्व के साथ , पूर्ण सुनना आवश्यक है: https://www.youtube.com/watch?v=L0RW9wbV1fA