बांग्लादेश से नाबालिग हिंदू बच्ची शरण की आस में पहुंची भारत, इस्कॉन से जुड़े परिवारों को मिल रहीं धमकियां।

कोलकाता (प. बंगाल) : बांग्लादेश में नई सरकार के गठन के बाद से ही अल्पसंख्यक समुदाय पर अत्याचार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, हिन्दुओं के साथ कट्टरपंथी लगातार भयानक अत्याचार कर रहे है, ऐसे में वहां के हिन्दुओं के लिये कोई रास्ता नहीं बचा है। बांग्लादेश में रहने वाले सनातन धर्मावलंबी भारत सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं। हिंदुओं पर जारी अत्याचार के बीच एक नाबालिग लड़की को भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने मंगलवार रात को बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर जिले के चोपड़ा ब्लॉक के फतेपुर बीओपी क्षेत्र में पकड़ा है। यह लड़की बांग्लादेश के पंचागढ़ जिले से है और अपने परिवार के साथ इस्कॉन से जुड़ी हुई है। लड़की काफी भयभीत थी और लगातार रो रही थी।

इस्कॉन टेम्पल संस्था से जुड़े परिवारों को मिल रहीं है लगातार धमकियां :

परिवार के सदस्यों का आरोप है कि बांग्लादेश में इस्कॉन से जुड़े हिंदू परिवारों को लगातार धमकियां मिल रही थीं, जिसमें खासतौर पर बच्चियों को उठाने की धमकियां शामिल थीं। नाबालिग के नाना ने बताया कि बांग्लादेश में हिंदू परिवारों पर हो रहे लगातार हमलों और अत्याचारों के कारण उनकी जान को खतरा था, साथ हिन्दू बच्चियों को बलात्कार और जघन्य उत्पीड़न का डर था। उन्होंने बताया कि इस्कॉन से जुड़े परिवारों के खिलाफ दुष्कर्म, हत्या जैसे जघन्य अपराध हो रहे हैं और बांग्लादेश हिंदुओं के लिए अब सुरक्षित नहीं रहा है, इसलिए नाबालिग लड़की को मजबूरन भारत भागने पर मजबूर होना पड़ा है, उसे भारत में शरण की आस है।

सीमा पार करने की कोशिश, बीएसएफ ने पकड़ा :

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नाबालिग हिन्दू बच्ची जलपाईगुड़ी के बेलाकोबा में अपने रिश्तेदार के घर जाने के लिए सीमा पार करने का प्रयास कर रही थी, जब उसे BSF ने पकड़ा तो पुलिस ने लड़की से पूछताछ की और उसे बेलाकोबा के रिश्तेदारों से संपर्क करने के लिए कहा। रिश्तेदारों को बुलाकर पुलिस ने कानूनी कार्यवाही की और बाद में जिला बाल कल्याण संघ के माध्यम से उसे सुरक्षित घर भेजने की व्यवस्था की। जिसके बाद पीड़ित बच्ची ने राहत की सांस ली, वर्तमान में बांग्लादेशी हिन्दुओं के लिये कोई रास्ता नहीं बचा है।