मासूम बच्ची के बलात्कार और हत्या के केस में नया मोड़, बच्ची के पिता ने किया चौंकाने वाला खुलासा, पड़ोसी महिला बोली – मैं मर्डर करूंगी।

दुर्ग/भिलाई:  चैत्र नवरात्रि के अंतिम दिन रामनवमी पर कन्याभोज के लिए सुबह घर से निकली साढ़े छह वर्षीय बच्ची को किसी ने हवस का शिकार बनाया था, बच्ची का मुंह दबाकर उसके साथ दुष्कर्म किया और उसके बाद साक्ष्य मिटाने की नीयत से उसके गुप्तांग व शरीर पर एसिड डाला। इसके बाद उसे पड़ोस में खड़ी कार में जाकर डाल दिया। इस मामले में बच्ची के चाचा को पकड़ा गया था, वहीँ अब इस मामले में नया मोड़ सामने आ गया है। इस मामले में मृतक बच्ची के पिता को शक है कि इस पूरे वारदात को उसके पड़ोसी ने अंजाम दिया है जिसकी कार में बच्ची की लाश मिली थी। वहीँ बच्ची के पिता ने कहा है कि उसका भाई ऐसा कभी नहीं कर सकता है। वह बचपन से बच्ची से बहुत प्यार करता रहा है। वहीं, पिता ने कहा कि हमारे साथ उसका कोई विवाद भी नहीं था, सब झूठ फैलाया गया है।

पड़ोसी पर है शक :

Dolly Dresses

परिजनों को शक है कि जिस कार में बच्ची का शव मिला था वही उस पूरी वारदात का मास्टर माइंड हो सकता है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस पड़ोसी को बचाने की कोशिश कर रही है। वहीं, दूसरी तरफ इस घटना के बाद लोगों में आक्रोश लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इस घटना से आक्रोशित पड़ोस की ही रहने वाली एक महिला ने दावा किया है कि मुझे रिवॉल्वर दे दो मैं आरोपी का मर्डर कर दूंगी। बाद में भले ही मुझे फांसी पर चढ़ा दिया जाए।

मुफ्त में केस लड़ने को तैयार वकील :

बच्ची से बलात्कार और हत्या के मामले में वकीलों ने बड़ा फैसला लिया है। दुर्ग बार काउंसिल ने फैसला किया है कि आरोपी के पक्ष में कोई भी वकील केस नहीं लड़ेगा। वहीं, दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट के 5 वकील भी मुफ्त में केस लड़ने को तैयार हैं। वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ने बताया कि भिलाई के वकील राजकुमार तिवारी इस केस को बिना किसी फीस के लड़ेंगे। घटना मोहन नगर थाना क्षेत्र की है। वहीँ इस मामले से आम जनता में पूरे छत्तीसगढ़ में आक्रोश है।

एसआईटी का गठन :

इस मामले में दुर्ग एसपी ने जल्द जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। इसके लिए 7 सदस्यीय टीम गठित की गई है। तेजी से मामले की जांच और कोर्ट में अपना पक्ष रखेगी। पुलिस का दावा है कि इस मामले की सुनवाई फार्स्ट ट्रैक कोर्ट में होगी वहीं, आरोपी को कड़ी सजा दिलाने की कोशिश की जायेगी। दरअसल, यह मामला 5 अप्रैल का है। जहाँ 6 साल की एक बच्ची अपने दादी के यहां कन्या भोज के लिए गई थी। उसके बाद से लापता हो गई थी और उसका शव पड़ोस में खड़ी एक कार से बरामद किया गया था, कार पड़ोसी की है और शक के आधार पर बच्ची के चाचा को पकड़ा गया है। वहीँ पुलिस ने बताया है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मासूम के साथ बलात्कार की पुष्टि हुई है। इस मामले में कार्यवाही करते हुए पुलिस ने संदेह के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी मृतक बच्ची का सगा चाचा बताया गया है।

बालिका जिस यादव समुदाय से आती है, उसने घटना की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच की मांग की है। समुदाय ने दुर्ग कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपकर बालिका की मां के लिए 50 लाख रुपये की सहायता और उसके लिए सरकारी नौकरी की मांग भी की है। वहीँ इस घटना की जानकारी मिलने के बाद मंगलवार को सामाजिक संगठनों के सदस्य सड़कों पर उतरे थे। वहीं विपक्षी दल कांग्रेस ने कई जिलों में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के पुतले जलाए। विपक्षी कांग्रेस ने कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब होने का आरोप लगाते हुए उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के इस्तीफे की मांग की है। शर्मा के पास गृह विभाग भी है। 

बच्ची की मां ने कहा :

मासूम की मां ने इस घटना के बाद कहा है कि उनका देवर ऐसी हरकत नहीं कर सकता है। पुलिस उसे जबरन फंसा रही है। मां मुताबिक मासूम का सारा लालन पालन उसके चाचा ने किया, वह ऐसी हरकत के बारे में सोच ही नहीं सकता। मां का आरोप है कि जिसकी कार में बेटी का शव मिला है, उसी ने घटना को अंजाम दिया है, पुलिस को उसे पकड़ना चाहिए। चाचा मासूम के साथ घटना नहीं कर सकता है। परिजनों का पूरा संदेह कार मालिक पर है। 

वहीँ इस मामले में एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने स्पष्ट किया कि पुलिस के पास आरोपी के सारे साक्ष्य है। उसी आधार पर ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है। कार दो दिन से घटनास्थल पर खड़ी थी। कार मालिक के पिछले दिनों का ट्रैक रिकार्ड है। उसका साला बादल है, जो कहां था, इसकी भी जानकारी ली जानी चाहिए। किसी को खुश करने के लिये नहीं, बल्कि बच्ची के न्याय के लिए काम करना चाहिए।