दुर्ग/भिलाई : राज्य में मतान्तरण अपने चरम पर है, गाहे बगाहे कई बार ऐसे मामले सामने आ ही जाते है, ऐसे ही रायपुर नाका स्थित एक मकान में गुरुवार देर रात एक कथित चंगाई सभा के दौरान मतांतरण का प्रयास किए जाने का मामला सामने आया है। इस मामले में बजरंग दल की सूचना पर पद्मनाभपुर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए कार्यवाही की और दो पास्टर सहित कुल नौ लोगों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। यह मामला सामने आते ही क्षेत्र में बड़ा बवाल हो गया।
इस मामले में न्यायालय ने सभी आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है। मामले को लेकर स्थानीय लोगों और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं में आक्रोश देखा गया, वहीं अदालत में पेशी के दौरान अधिवक्ता संघ के सदस्यों ने आरोपितों की जमानत का विरोध भी किया। वहीँ क़ानूनी तौर पर कार्यवाही कि बात भी सामने आई है।
चंगाई सभा में हो रहा था धर्मांतरण का प्रयास :
यह घटना गुरुवार रात लगभग 10:15 बजे की है। रायपुर नाका निवासी मधु तांडी के घर में चंगाई सभा आयोजित की गई थी। बजरंग दल के सदस्य सौरभ देवांगन और बलदाऊ साहू को इस आयोजन की जानकारी मिली, जिसके बाद वे अन्य सदस्यों के साथ मौके पर पहुंचे। उनके अनुसार सभा में हिंदू धर्म के खिलाफ अपमानजनक बातें कही जा रही थीं और उपस्थित लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा था। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पहले घर के बाहर खड़े होकर सभा में हो रही गतिविधियों को सुना। बाद में वे भीतर घुस गए, जहां उन्होंने पास्टर और अन्य लोगों को धार्मिक प्रचार करते पाया। उनके अनुसार, कुछ महिलाएं बजरंग दल के सदस्यों को देखकर मौके से भाग गईं। सभी मामलों प्रमुख बात लालच और बीमारी ठीक करने के दावे कि जानकारी सामने आती रही है।



