‘क्या देशभक्त होना इतना मुश्किल है?’, सलमान खुर्शीद। मलेशिया में सलमान खुर्शीद का छलका दर्द, जानें क्यूँ कहा ऐसा?

नई दिल्ली : कई बार सोशल मीडिया में लोग सवाल उठाते है कि सरदार वल्लभभाई पटेल, शास्त्री जी, पीवी नरसिम्हाराव जैसे देशभक्तों से कांग्रेस सौतेला व्यवहार क्यूँ किया? वो देशभक्त थे इसलिये, इन्हीं कारणों से समय समय पर कांग्रेस कि देश विरोधी मानसिकता नजर आती है। वहीँ जब अमेरिका में शशि थरूर ने भारत का मजबूत पक्ष रखा है तो कांग्रेस बिदक गई है उन्हें भाजपाई एजेंट बताने लगी है, उन्हें प्रतिनिधिमंडल में भेजने पर भी कांग्रेस ने बवाल मचाया था। वहीं अब फिर से एक नया मामला सामने आया है, जिसमें जदयू सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य इस समय मलेशिया में गया हैं।

यहां कुआलालंपुर में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने मलेशियाई भारतीय कांग्रेस (MIC) के प्रतिनिधियों से मुलाकात की, जिसका नेतृत्व मलेशियाई सीनेट के पूर्व अध्यक्ष और एमआईसी के अध्यक्ष तन श्री विग्नेश्वरन ने किया है। इस मौके पर कांग्रेस सांसद सलमान खुर्शीद ने कहा लोग सवाल करते हैं कि आप वहां पर क्या कर रहे हैं, जहां भाजपा के लोग हैं? उन्होंने कहा मैं यहां वही कर रहा हूं तो देश के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि “जब मैं कहता हूं कि क्या देशभक्त होना इतना मुश्किल है? तो यह सवाल उन लोगों से पूछा जाना चाहिए जो ट्वीट कर रहे हैं और सिर्फ ऐसी बातें कह रहे हैं”

भाजपा के लोगों के साथ क्या कर रहे हैं खुर्शीद?

सलमान खुर्शीद ने इस मौके पर कहा, “लोग कहते रहते हैं ‘आप ऐसे प्रतिनिधिमंडल में क्या कर रहे हैं जिसमें भाजपा के लोग हैं, आप वहां क्या कर रहे हैं?’ हम यहां क्या कर रहे हैं? हम यहां वही कर रहे हैं जो देश के लिए जरूरी है। चाहे आप किसी भी पार्टी से हों, आज देश के पक्ष में बोलने के लिए एक आवाज की जरूरत है और हम यहां वही कर रहे हैं। मुझे लगता है कि जब मैं कहता हूं कि क्या देशभक्त होना इतना मुश्किल है? तो यह सवाल उन लोगों से पूछा जाना चाहिए जो ट्वीट कर रहे हैं और ऐसी बातें कह रहे हैं, जो मुझे लगता है कि देश के लिए कुछ करने के लिए बहुत उत्साहजनक नहीं हैं।” इस तरह उन्होंने अपना दर्द बयां किया।

सभी लोग एकमत और उत्साहित हैं :

कांग्रेस सांसद सलमान खुशीद ने आगे कहा, “कुल मिलाकर प्रतिक्रियाएं और जवाब बहुत अच्छे रहे हैं। बेशक, हम यहां कई राजनीतिक दलों से मिल रहे हैं और उनमें से कई सरकार का समर्थन कर रहे हैं। लेकिन वे अलग-अलग राजनीतिक दल हैं और प्रत्येक राजनीतिक दल का एक विशेष संदर्भ बिंदु या एक विशेष बारीकियां होती हैं जो अलग-अलग हो सकती हैं। लेकिन जिन मुद्दों को लेकर हम यहां आए हैं, उन पर उनकी पूरी सहमति है, जो आतंकवाद का विरोध करना है। यह इतने लंबे समय से हमें इतनी बुरी तरह से नुकसान पहुंचा रहा है, इस पर सभी लोग पूरी तरह से एकमत है और हम इससे बहुत उत्साहित हैं।” आपको बता दें कि पहलगाम कि घटना के बाद भारत द्वारा पाकिस्तान पर हमला करने के बाद सीज फायर को लेकर ऑपरेशन कि जानकारी और भारत पक्ष रखने विभिन्न प्रतिनिधिमंडल दुनियाभर के देशों कि यात्रा पर भेजे गये है, जो कि सभी पार्टियों से है।

‘कश्मीर को कभी अलग नहीं होने देंगे’ :

इंडोनेशिया में सलमान खुर्शीद ने ये भी कहा, “कोई भी परिवार अपने हिस्से को अलग नहीं करता, उसी तरह कोई भी देश अपने हिस्से को अलग नहीं छोड़ता। हम यहीं मैसेज लेकर आए हैं कि हम जम्मू कश्मीर को भारत से कभी अलग नहीं होने देंगे।”

उन्होंने आगे कहा, “इसके हटने के बाद से ये धारणा भी खत्म हो गई कि जम्मू कश्मीर भारत के दूसरे हिस्सों से अलग है। अब यहां एक लोकतांत्रिक सरकार है। लोगों ने यहां मतदान में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया. इसके बाद यहां विकास भी हुआ है, लेकिन कुछ लोग जम्मू कश्मीर को पुराने दौर में ले जाना चाहते हैं, लेकिन हम इसे फिर से ऐसा नहीं होने देंगे।”