जांजगीर चांपा : जिस भी सरकारी विभाग में जिसको मौका मिलता है, वह घोटाले और रिश्वतखोरी को अंजाम देने से नहीं चूकता। ऐसे ही जिले में गरीबों के हक में डाका डालने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने स्व सहायता समूह बनाकर शासकीय उचित मूल्य की दुकान संचालित की थी। इस समूह की संचालिका ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर APL और बीपीएल परिवार को कम कीमत में मिलने वाली लाखों रूपये की राशन सामग्री का गबन किया है।
इस मामले में जांजगीर चांपा डीएसपी कविता ठाकुर ने बताया कि गंगा बाई खांडेकर बम्हनीडीह विकासखंड के बिर्रा रोड कोटाड़बरी में पूर्वा महिला स्व सहायता समूह के नाम से दो राशन दुकान का संचालन करती है। राशन दुकान संचालिका गंगा बाई ने विक्रेता रितेश खांडेकर और रामेश्वर खांडेकर के साथ मिलकर दोनों उचित मूल्य की दुकान से चावल, नमक और अन्य खाद्य सामाग्री में हेराफेरी कर लगभग 42 लाख रुपये के सामान का गबन किया है। इतनी बड़ी मात्रा में गबन करना काफी हैरानजनक है।
वहीँ इस मामलेमे डीएसपी ने बताया कि राशन गबन की रिपोर्ट 4 मई को दर्ज कराई गई थी। सामने आये इस मामले की जांच के बाद समूह की अध्यक्ष गंगा बाई खांडेकर और दो विक्रेता रामेश्वर खांडेकर, रितेश खांडेकर को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की गई है, पूछताछ में आरोपियों ने खाद्य सामग्री हेराफेरी करना स्वीकार किया है, जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ धारा 318(4),316(5),3(5)bns और 3,7आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत कार्यवाही की गई है। आरोपियों को न्यायिक हिरासत मे भेज दिया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले में सूरज यादव को भी गिरफ्तार किया गया था। राशन दुकानों में पहले भी हेरफेर के मामले सामने आये है, लेकिन यह काफी बड़े गबन का मामला है।



