बरेली हिंसा के दौरान लगे ‘सिर तन से जुदा’ के नारे, पुलिस वालों की हत्या की साजिश का मामला आया सामने।

बरेली (उ.प्र.) : बरेली जिले की हिंसा के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। यहाँ हिंसा के दौरान सिर तन से जुदा के नारे लगे थे, जिनका विडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। बरेली पुलिस की FIR के मुताबिक तौकीर रजा ने भीड़ से कहा था कि आज शहर का माहौल बिगाड़ना है चाहे इसके लिए पुलिस वालों की हत्या करनी पड़े और मुसलमानों की ताकत दिखानी है। तौकीर के करीबी नदीम और उसके साथियों के उकसाने के बाद भीड़ ये कहते हुए आगे बढ़ी कि आज अपना मकसद पूरा करेंगे। इसके बाद हजारों की तादाद में इकट्ठा हुए लोगों ने धार्मिक नारे लगाते हुए पुलिस पर हमला कर दिया। इस हमले के बाद पुलिस और मुस्लिम समाज के लोग आमने – सामने हो गये थे।

पुलिस पर धारदार हथियारों, लाठी डंडों से वार :

इसके बाद उग्र हुई भीड़ ने पुलिस धारदार हथियारों, लाठी डंडों से हमला किया और अवैध हथियारों से गोलियां भी चलाई। FIR के मुताबिक दंगाइयों ने मकान की छत से पुलिस बल पर पथराव भी किया। बरेली में हिंसा करने के लिए उपद्रवी बाहर से बुलाए गए थे, यह पूर्वनियोजित योजना का हिस्सा था। पुलिस ने उपद्रव के आरोप में जिन 81 आरोपियों को गिरफ्तार किया है उनमें कई पश्चिम बंगाल और बिहार से हैं। तौकीर का करीबी नफीस और उसका बेटा फरमान भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज और सर्विंलांस के जरिए और गिरफ्तारी की तैयारी में है।

जुम्मे की नमाज से पहले क्या ऐलान हुआ था?

बुधवार को पुलिस ने 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें मौलाना तौकीर के करीबी डॉ. नफीस और उसका बेटा शामिल है। हिंसा की  साजिश का मुख्य किरदार IMC के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा हैं। पुलिस की जांच के मुताबिक 26 सितंबर को जुम्मे की नमाज से पहले एक ऐलान हुआ था। बरेली की सभी मस्जिदों में नमाज 1 बजे अदा करने के लिए कहा गया। अमूमन मस्जिदों में 12 से 2 बजकर 20 मिनट के बीच नमाज होती थी। जिसके बाद नमाज के बहाने भीड़ जुटने लगी।

उस दिन अलग-अलग मस्जिदों में जो 10 हजार लोग इकट्ठा हुए थे, उन्हें नौमहला मस्जिद पहुंचने के लिए कहा गया था। कहा गया कि सरकार ‘आई लव मोहम्मद’ लिखने पर भी मुकद्दमे लिख रही है। मस्जिद में मौलाना तौकीर रजा खुद मौजूद रहने वाले थे। आखिरकार लोग कूच कर गए, पुलिस ने तेजी से बैरिकेडिंग की मगर नारेबाजी करते हुए लोग मस्जिद जाने पर अड़ गए और हिंसा शुरू कर दी गई। जिस वक्त हिंसा हुई, मौलाना तौकीर रजा को घरेलू गिरफ्त में थे। हिंसा के बाद रात 12 बजे तौकीर रजा को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था। वहीँ मौलाना के खिलाफ 2 बड़े आरोप हैं – उसने बरेली हिंसा की योजना बनाई और भीड़ को भी भड़काया, जिसे माहौल ख़राब हुआ।

81 आरोपी गिरफ्तार :

जहां पुलिस हिंसा को लेकर बड़े खुलासे कर रही है। वहीं, कार्यवाही भी ताबड़तोड़ हो रही है। अबत क 81 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। बुधवार को यानी कल 8 आरोपी और गिरफ्तार किए गए है, 10 FIR हिंसा मामले में हुई हैं। 2500 उपद्रवियों में 200 नामजद किए गए। बुधवार को पुलिस ने दो उपद्रवियों इदरीस और इकबाल को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया है।इस हिंसा के मामले में अब तक 3 आरोपियों का हाफ एनकाउंटर हुआ है। कल इदरीस और इकबाल के पैर में गोली लगी है, दोनों शाहजहांपुर के रहने वाले हैं। बरेली में दोनों ने पुलिस पर फायरिंग की थी। एसपी के गनर से इन्होंने Anti riot gun छीन ली थी। इससे पहले पुलिस ने एक और आरोपी तंजीम को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया था। इन सभी पर अब कड़ी कार्यवाही हो रही है।