एक पति के लिए दो पत्नियों ने रखा करवा चौथ का व्रत और साथ में की पूजा, देखें विडियो।

आगरा (उ.प्र.) : वैसे तो भारतीय कानून के हिसाब से दो पत्नियाँ नहीं रखी जा सकती है, फिर भी कई लोग एक से ज्यादा पत्नियाँ रखते है। भारतीय कानूनी के तौर पर हिंदू धर्म में एक से ज्यादा विवाह करना संभव नहीं है क्योंकि 1955 के हिंदू विवाह अधिनियम के तहत इसे अवैध घोषित कर दिया गया है। हालांकि, ऐतिहासिक रूप से और कुछ धार्मिक ग्रंथों में एक से अधिक विवाह के उदाहरण मिलते हैं, लेकिन वर्तमान कानून के तहत ऐसा करना अपराध है और इससे संबंधित प्रावधानों का उल्लंघन माना जाता है। ऐसे में धर्मानुसार हिन्दू एक से अधिक शादियाँ तो कर सकता है, लेकिन क़ानूनी तौर पर ऐसा नहीं किया जा सकता। ऐसे में यदि कोई दो शादियाँ करना चाहे तो उसे अपने दोनों विवाह में सामंजस्य रखना जरुरी है, अन्यथा 1955 के कानून के अनुसार न्यायालयीन प्रक्रिया से गुजरना पड़ सकता है।

ऐसे में आगरा के रामबाबू निषाद की दो पत्नियों है जो शीला और मन्नू देवी ने करवा चौथ पर उनके लिए एक साथ व्रत रखा और पूजा भी की है। दोनों ने मिलकर चांद को अर्घ्य दिया और पति के हाथों से व्रत खोला। करवा चौथ के मौके पर आगरा के एत्माद्दौला क्षेत्र के नगला बिहारी में एक अनोखा नजारा देखने को मिला है, जहां एक पति की लंबी उम्र के लिए उसकी दो पत्नियों ने साथ में व्रत रखा है। आपको बता दें कि रामबाबू निषाद की दो पत्नियां हैं, शीला और मन्नू देवी। दोनों ने ही करवा चौथ पर पूरी श्रद्धा के साथ एक ही स्थान पर पूजा करती हुई नजर आईं। उन्होंने एक साथ चांद को अर्घ्य दिया और फिर अपने पति रामबाबू के हाथों से जल ग्रहण कर व्रत खोला।

इस पूरे दृश्य का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। रामबाबू की पहली शादी शीला देवी से लगभग 10 साल पहले हुई थी, जिनसे उनके बच्चे भी हैं। बाद में रामबाबू निषाद का मन मन्नू देवी से प्यार हुआ। यह बात सामने आने पर भी परिवार में कोई कलह नहीं हुई, बल्कि पहली पत्नी शीला देवी ने इस रिश्ते को सहजता से स्वीकार कर लिया और इसके बाद रामबाबू ने मन्नू देवी से मंदिर में शादी की और वह मानते हैं कि जहां सच्चा प्यार होता है, वहां कोई विवाद या कलह नहीं होता है। ऐसे में इन्होंने समाज के सामने एक महत्वपूर्ण उदहारण पेश किया है।