बिलासपुर : मस्तूरी गोलीकांड मामले में पुलिस ने जांच के दौरान मिले तथ्यों के आधार पर दो और आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें कांग्रेस नेता अकबर खान और मुख्य आरोपी के गांव का एक युवक शामिल है। अब तक इस सनसनीखेज मामले में कुल नौ आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। घटना की साजिश आपसी रंजिश और वर्चस्व की लड़ाई के चलते रची गई थी। एसएसपी के नेतृत्व में पुलिस की ने 24 घंटे के भीतर ही मुख्य आरोपी को दबोच लिया था। वैसे ही लगातार अपराधियों के हौंसले बुलंद है, वहीँ इस काण्ड पुलिस प्रशासन को हिला दिया था।
मामले में सामने आई जानकारी के अनुसार मस्तूरी जनपद उपाध्यक्ष नितेश सिंह पर 28 अक्टूबर की शाम नकाबपोश हमलावरों द्वारा की गई फायरिंग की गई थी। फायरिंग में पूर्व सरपंच चंद्रभान सिंह और बस एजेंट राजू सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। नितेश की जवाबी फायरिंग से डरकर हमलावर भाग निकले थे। घटना के बाद पुलिस ने शहर के 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगालकर आरोपित तक पहुंच बनाई। जांच में सामने आया कि नितेश सिंह और मुख्य आरोपी विश्वजीत अनंत के बीच जमीन विवाद और राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई चल रही थी। जो इस घटना का कारण बनी।
इसी रंजिश के चलते विश्वजीत ने अपने भाइयों और अन्य साथियों के साथ मिलकर गोलीकांड की योजना बनाई थी। जांच में मिले तथ्यों के आधार पर पुलिस ने एक नाबालिग समेत सात आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने चार आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की। इसमें पता चला कि आरोपी युवकों ने मोहतरा में रहने वाले देवेश सुमन उर्फ निक्कू(24) के ढाबे में पूरे मामले की साजिश रची थी। यहीं पर हथियारों को लाकर हमलावर युवकों को पूरे प्लान के संबंध में विस्तार से बताया गया। इस प्लान में कांग्रेस नेता अकबर खान और ढाबा संचालक निक्कू भी शामिल थे। जिन्होंने इस घटना को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया था।
इनकी हो चुकी है गिरफ्तारी :
पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों में विश्वजीत अनंत, अरमान उर्फ बलमजीत अनंत, चाहत उर्फ विक्रमजीत, ब्रायनजीत उर्फ आरजू, मोहम्मद मतीन उर्फ मोंटू, मोहम्मद मुस्तकीम उर्फ नफीस और एक नाबालिग शामिल हैं। पुलिस ने मामले में आरोपित के कब्जे से तीन देसी पिस्टल, दो देसी कट्टा, छह मैगजीन, पांच जिंदा कारतूस, 13 खाली खोखा और पांच मोबाइल फोन जब्त किए हैं। बाद में अरमान उर्फ बलमजीत और चाहत उर्फ विक्रमजीत की निशानदेही पर एक देसी पिस्टल, एक कट्टा और एक जिंदा कारतूस बरामद किया गया है। मामले की विवेचना के दौरान गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में षड्यंत्र में शामिल अन्य व्यक्तियों के नाम सामने आए हैं। पुलिस ने होटल, ढाबा और शहर के प्रमुख स्थानों के सीसीटीवी फुटेज खंगालकर उनके अपराध में शामिल होने के प्रमाण जुटाए हैं। इसके बाद देवेश सुमन और अकबर खान को गिरफ्तार कर न्यायालय के आदेश पर जेल भेजा गया है। वहीँ सभी आरोपियों के ख़िलाफ़ आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।
एएसपी राजेंद्र कुमार जायसवाल ने बताया कि आरोपित के खिलाफ पहले से कई गंभीर अपराध अलग-अलग थानों में दर्ज हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए इसमें बीएनएस की धारा 111 जोड़ी गई है। पुलिस अन्य आरोपी की तलाश में लगातार दबिश दे रही है। इस मामले में चार संदेहियों की तलाश की जा रही है। जल्द ही कुछ और लोगों की गिरफ्तारी होगी।



