जनता को विविध कर लगाकर लूटने वाली भाजपा सरकार के पास भगवान राम की मूर्ति बदलने के लिये चंद पैसे नहीं है, पूछती है राजधानी की जनता।

रायपुर : चंदखुरी में भगवान राम की कुरूप प्रतिमा लगवाने वाली तत्कालीन कांग्रेस सरकार की काफी आलोचना हुई थी, तब से लेकर विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने भाजपा की सरकार आने पर मूर्ति बदलवाने की बात कही थी, लेकिन सत्ता बदल जाने के बाद भी मूर्ति अब तक नहीं लग पाई है। वहीँ विधायक से सांसद बने बृजमोहन अग्रवाल अब भी उसके लिये आवाज उठा रहे है, लेकिन वर्तमान सरकार चंद पैसे खर्च करने के नाम पर लगातार ढिलाई बरत रही है। इस मुद्दे पर माचिस मीडिया को लगातार कई लोगों के सन्देश आते रहते है, जिसको हमने कई बार उठाया है। लेकिन राज्य सरकार के कान पर कोई जूं भी नहीं रेंगती है। लोगों ने सरकार से सवाल पूछा है कि लगातार विभिन्न प्रकार के टैक्स लगाकर जनता को लूटा जा रहा है, कभी ट्रेड लाइसेंस के नाम पर तो कभी सम्पत्ति कर बढ़ाने के नाम, कभी बेतरतीब विकास कार्य किये जा रहे है।

जिसमें जनता की मेहनत की करोड़ों रूपये की गाढ़ी कमाई सरकार लगातार नुकसान कर रही है, तो ऐसे में भगवान राम की मूर्ति बदलने में सरकार को चंद लाख रूपये खर्च करने में क्या दिक्कत है। आवश्यक कार्यों को छोड़कर सरकार अपने शौक पूरे करने के लिये जबरन के विकास कार्य कर रही है, बसी बसाई चौपाटी उजाड़ दी, स्काई वाक पर करोड़ों का नुकसान कर रही है। हर गली मोहल्ले में सड़कें गड्ढों से भारी हुई है। ट्रैफिक व्यवस्था चौपट है, सफाई व्यवस्था चौपट है। फिर भी जनता पर सरकारी बोझ बढ़ता जा रहा है, लेकिन भगवान राम की मूर्ति पर तथाकथित हिन्दूवादी सरकार नकारापंती क्यूँ कर रही है? ये सवाल जनता पूछ रही है।