दुर्ग । पुलिस का ऑनलाइन सट्टा महादेव ऐप के खिलाफ कार्रवाई जारी है। इसकी वजह से बड़े सटोरियों में दहशत है। हालत यह है कि अब उन्होंने खुद ही पुलिस के सामने सरेंडर करना शुरू कर दिया है। इसी के चलते दुर्ग पुलिस महादेव ऑनलाइन सट्टा से जुड़े अब तक के सबसे बुकी सतनाम सिंह को गिरफ्तार कर पाई है। उसने दुर्ग पुलिस के सामने खुद ही सरेंडर कर दिया है। पुलिस का दावा है कि वह जल्द ही इस ऐप के सबसे बड़े सरगना सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल को भी गिरफ्तार कर लेगी।
मामले का खुलासा करते हुए दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि महादेव ऐप के बड़े बुकी सतनाम सिंह की पुलिस को काफी दिनों से तलाश थी। अक्टूबर 2022 में कोहका क्षेत्र में पुलिस ने महादेव सट्टा पर बड़ी कार्रवाई की थी। इसमें सतनाम फरार हो गया था।
इसके बाद से वह स्थान बदल-बदल कर रह रहा था। इस दौरान सतनाम कई राज्यों में भी छिपकर रहा और उसने अफवाह भी फैला दी कि वो दुबई जाकर बैठ गया है। इसके बाद भी पुलिस ने जांच धीमी नहीं की। सतनाम से जिनके भी संपर्क थे उनकी कॉल डिटेल्स खंगालकर पुलिस उसका पीछा करती रही। इससे वह सरेंडर करने के लिए मजबूर हो गया। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 2 मोबाइल फोन और पासपोर्ट जब्त किया है। उससे पता चला कि सतनाम सिंह दुबई गया ही नहीं, वह भारत में ही अलग-अलग राज्यों में छिपकर रह रहा था।
कोहका में हुई कार्रवाई में आया था सतनाम का नाम
22 अक्टूबर 2022 को हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी कोहका में महादेव ऐप की एक ब्रांच पकड़ाई थी। इसें पुलिस को आरोपियों के पास से लैपटॉप, मोबाइल और बैंक खाता व एटीएम मिले थे। इसमें करोड़ों रुपए के ऑनलाइन ट्रांजेक्शन की डिटेल्स भी सामने आई थी। पकड़े गए आरोपी मुकेश कुमार, दीपक और श्रीकांत पुलिस को बताया था कि जामुल निवासी नसीमुद्दीन उर्फ नसीम व शांति नगर निवासी सतनाम सिंह के साथ मिलकर वो लोग काम करते हैं। इसके बाद से दोनों आरोपी फरार चल रहे थे। नसीमुद्दीन को पुलिस ने बीते 15 नवंबर को गिरफ्तार किया तो वहीं सतनाम सिंह ने मंगलवार को पुलिस के सामने खुद से सरेंडर कर दिया।