छपरा (बिहार) : छपरा जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। जहां दो पत्नियों ने मिलकर अपने ही पति की हत्या कर दी। दोनों बीवियों ने मिलकर युवक को कई बार चाकू मारे, चाकू मार-मारकर उसका शरीर घायल कर दिया। परिजनों ने युवक को तुरंत अस्पताल भेजा, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने दोनों महिलाओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। साथ ही जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। इलाके लोगों और परिवार के अन्य सदस्यों से इस मामले में पूछताछ जारी है।
एक से 10 साल पहले तो दूसरी से 6 महीने पहले किया था निकाह :
यह हैरान करने वाली घटना छपरा जिले के भेल्दी थाने इलाके के बेदबलिया गांव की है। जहां 9 जुलाई की शाम आलमगीर अंसारी (45 साल) की हत्या हो गई। यह हत्या उसकी दोनों पत्नियों सलमा और अमीना ने मिलकर की है। सलमा मृतक की पहली बीवी थी, जिससे उसकी शादी 10 साल पहले हुई थी। लेकिन विवाह के कुछ महीनों बाद ही दोनों में विवाद होने लगे और अलग-अलग रहने लगे। वहीं बंगाल की रहने वाली अमीना से युवक 6 महीने पहले ही निकाह किया था। लेकिन अब दोनों पत्नियों ने मिलकर पति आलमगीर अंसारी की हत्या कर दी है।
एक ने पकड़े हाथ-पैर दूसरी मारती रही दनादन चाकू :
पुलिस ने जांच के दौरान बताया कि मृतक आलमगीर अंसारी पिछले कई सालों से दिल्ली में रहता था। वो दिल्ली में प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता था। लेकिन पिछले महीने ही वह ईद पर अपने घर बिहार आया था। इसकी भनक उसकी पहली बीवी सलमा को लग गई, तो वह दूसरी पत्नी अमीना को लेकर अपने पति आलमगीर यानि ससुराल पहुंच गई। इस दौरान तीनों के बीच जमकर विवाद हुआ। तभी एक ने हाथ-पैर पकड़े और दूसरे ने दनादन चाकू से हमला कर दिया। युवक के पेट में करीब 6 से 8 बार चाकू मारे। इसके बाद आलमगीर अंसारी की मौत हो गई।
पहली बीवी ने सौतन के साथ मिलकर किया पति का मर्डर :
घटना की जांच कर रहे भेल्दी एसएचओ संतोष कुमार ने बताया कि कुछ दिन पहले आलमगीर की पहली पत्नी सलमा पति से मिलने के लिए दिल्ली पहुंची थी। जहां उसकी मुलकात दूसरी बीवी यानि सौतन अमीना से हुई। दोनों को जब एक-दूसरे के बारे में पता चला तो वह दंग रह गईं। इसके बाद सलमा अमीन को लेकर अपने मायके बिहार लेकर आ गई। दोनों यहीं रहने लगीं। लेकिन ईद पर जब आलमगीर घर आया तो वह दोनों उससे मिलने ससुराल गईं। दोनों ने प्लानिंग के तहत उसका मर्डर कर दिया। घटना के वास्तविक कारणों का पता लगाया जा रहा है, अभी की घटना के मुताबिक यह माना जा रहा है की आलमगीर अंसारी की दोनों पत्नियाँ एक दूसरे के बारे में जानने के बाद आलमगीर अंसारी से नाराज हो गई और उसी में इन्होने घटना को अंजाम दे दिया।