गदर-2 की कहानी सुनाना युवक को पड़ा महंगा, आरोपियों ने पीटा और कहा, ज्यादा कहानी सुनायेगा तो एक – एक हिन्दू को गांव में ढूंढ कर मारेंगे।

बदायूं (उ.प्र.) : जिले में एक युवक को गदर-2 की स्टोरी सुनाना महंगा पड़ गया। गांव के मुस्लिम समुदाय के लोगों ने फिल्म की स्टोरी सुनाने पर उसको जमकर पीट दिया। इतना ही नहीं, उसके घरवालों पर भी हमला कर दिया। उसके परिवार के साथ भी मारपीट की। पीड़ित युवक का कहना है कि आरोपियों ने उससे कहा, ज्यादा स्टोरी सुनाएगा तो एक-एक हिंदू को गांव में ढूंढ कर मारेंगे। मारपीट होती देख गांव के लोगों ने बीच-बचाव कराकर मामला शांत कराया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपियों का शांति भंग में चालान कर दिया है। वहीं, पीड़ित पक्ष कार्यवाही करने की बात कर रहा है। क्षेत्र में माहौल तनावपूर्ण हो गया है, यह मामला थाना मूसाझाग इलाके के गांव मानिकापुर कौर का है।

युवक गांव के लोगों को ग़दर फिल्म की कहानी सुनाने लगा :

जानकारी के मुताबिक पीड़ित युवक का नाम अमित गुप्ता है। अमित 14 अगस्त को अपने परिवार के साथ फिल्म गदर-2 देखकर लौट रहा था। घर के पास उसको गांव के कुछ लोग मिल गए। अमित वहीं रुक कर उन लोगों को फिल्म की कहानी सुनाने लगा। उसके माता-पिता घर लौट आए। तभी उसके साथ बदमाश युवकों ने मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया।

युवक ने कहा मुझे हाथ में पकड़ा हुआ डंडा दिखाकर धमकाने लगे :

अमित का कहना है, “मैं तो अपने घर के पास ही खड़े होकर फिल्म की कहानी सुना रहा था। इसमें क्या-क्या हुआ, यह बता रहा था। तभी गांव के मुस्लिम समुदाय के कुछ युवक वहां से गुजर रहे थे। वे लोग मुझसे कहने लगे, क्या इतनी देर से मुस्लिम-मुस्लिम कर रहा है। जिस पर मैंने उनसे कहा, मैं आप लोगों के लिए कुछ नहीं बोल रहा हूं। आप लोग यहां से चले जायें।”

”इसके बाद वे लोग मुझे हाथ में पकड़ा हुआ डंडा दिखाने लगे और मारने के लिए कहने लगे। जब मैंने इसका विरोध किया, तो लोग मुझे मारने लगे। मैंने उनको रोका, लेकिन वे नहीं रुके। इसके बाद गांव के अन्य लोग भी आ गए। उन लोगों ने बीच-बचाव करवाया। उसके बाद मुझे घर भेज दिया गया। मेरे घर पहुंचने के आधे घंटे बाद वे लोग 10-15 लोगों के साथ हमारे घर आ पहुंचे।”

अमित ने बताया, इसके बाद उन लोगों ने हमारे घर पर हमला कर दिया। उन लोगों ने मेरे परिवार और मेरे साथ मारपीट और गाली-गलौज की। करीब आधे घंटे तक मेरे घर के बाहर ये ड्रामा चला। घर के बाहर गांव वालों की भीड़ लग गई। बहुत मुश्किल से मामला शांत हुआ।” पुलिस को घटना की जानकारी दी गई, लेकिन पुलिस ने सभी के खिलाफ शांति भंग में चालान करके मामला रफा-दफा कर दिया। जबकि हम लोग सभी के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग कर रहे हैं। लेकिन पुलिस हमारी सुनवाई नहीं कर रही है। आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही ना करने के कारण लोगों में पुलिस के प्रति रोष है।

वहीं, थाना अध्यक्ष शिवेंद्र भदौरिया ने बताया कि पीड़ित परिवार की तहरीर पर 15 अगस्त को मुकदमा लिखा जा चुका है। जांच की जा रही है। जो भी साक्ष्य सामने आएंगे, उनके आधार पर कार्यवाही की जाएगी। गांव के लोगों से भी मामले की जानकारी ली जा रही है। पूरी जानकारी लेने के बाद बयान के आधार पर कार्यवाही की जायेगी।