“सिमर्स क्लब” में रातभर पार्टियाँ, संचालक बेख़ौफ़, थाना प्रभारी से बात करने पर बताया गया, रात को बंद करवा दिया जाता है, जबकि…………।

रायपुर/छत्तीसगढ़ : हमारा प्रतिनिधि कल भी रात को 12 बजे तक तक होटल सिमर की निगरानी करता रहा, सुबह जब थाना प्रभारी से फ़ोन पर बात की गई तो , थाना प्रभारी ने बताया रोज रात को 11 बजे तक उपरोक्त पब को बंद करवा दिया जाता है, ज्यादा बात ना करते हुये थाना प्रभारी ने कहा खुद ही आकर देख लो और फ़ोन काट दिया। आगे भी हमारी निगरानी इस प्रकार के पब और होटलों पर बनी रहेगी। कई होटलें , पब और बार नियमों को ताक में रखकर आधी रात तक खुले रहते है, जिससे कई बार झडपें और युवाओं में लड़ाई झगडे की ख़बरें आती रहती है।

राज्य में देर रात तक डीजे बजाने और देर रात तक होटलें अथवा रेस्टोरेंट खोले रखने पर सरकारी नियम है की रात के 10 बजे तक डीजे बंद , और कोई भी होटल , पब या रेस्टोरेंट रात 11 बजे के बाद संचालित नहीं किया जा सकता, ज्यादा देर तक खुले रहने के कारण असामाजिक और शरारती तत्वों का जमावड़ा होता है, जिसके कारण लड़ाई – झगड़े अथवा चाकूबाजी की घटना होने की आशंका रहती है, हमारे प्रतिनिधि द्वारा जब विधान सभा रोड पर स्थित होटल सिमर में तहकीकात की, तो देर रात तक पब खुला था, पब एक दिनी लाइसेंस पर काम कर रहा है, जो सुबह 4 बजे तक संचालित था, जहाँ संचालक के पास पब के लिये लाइसेंस भी नहीं लिया गया है, पुलिस की नाक के नीचे पब में देर रात तक लड़के – लड़कियां वेस्टर्न कपड़ों में अश्लील हरकतें कर डीजे की धुन पर थिरकते रहे, और पुलिस वहां खड़ी तमाशा देखती रही, मामले में पुलिस प्रशासन मौन है आगे की कोई कार्यवाही नहीं की गई है, जब संचालक से पूछा गया तो उसने कहा मेरा कौन बिगाड़ सकता है, आखिर संचालक को कानून का डर क्यूँ नहीं है : इसके पीछे कौन है ?