दुर्ग/भिलाई : छत्तीसगढ़ की राजधानी के साथ – साथ भिलाई के क्लब और पबों में भी देर रात तक नशीली और अश्लील पार्टियाँ जारी रहती है, इन पर प्रशासन सख्ती तो जरुर दिखाता है, लेकिन इन पर कोई असर ही नहीं पड़ता, ये सख्ती कहीं ना कहीं मीडिया के दबाव के कारण ही हो पाती है। ये पब लगातार प्रशासन की नाक के नीचे अपने कार्यों को अंजाम दे रहे है , क्या प्रशासन की ये सख्ती सिर्फ खानापूर्ति है, इस पर भी लगातार सवाल उठ रहे है। ऐसे ही एक क्लब की तहकीकात करने जब हमारी टीम 30 सितम्बर शनिवार को भिलाई के सूर्या मॉल में स्थित लिस्टोमेनिया क्लब में पहुंची तो प्रवेश नहीं मिल पा रहा था, बड़ी मुश्किल से हमारे प्रतिनिधि क्लब में प्रवेश कर पाये, अन्दर उन्होंने देखा शराब के नशे में धुत्त युवा DJ पर अश्लील डांस कर रहे है, और यह सब आधी रात के लगभग 3 बजे तक चलता रहा, जिसे हमारे प्रतिनिधि ने कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया।
यहाँ पिछले वर्ष बांग्लादेश और कोलकाता से कुछ लड़कियां आई हुई थी, जिसको लेकर पुलिस ने यहाँ छापा मारा था, इसी लिस्टोमेनिया क्लब में पिछले वर्ष की पार्टी में पुलिस जवान की पीठ पर चाकू भी मारा गया था। उस समय मामले में SSP संजय ध्रुव ने बताया था कि सूचना पर टीम मौके पर गई थी। देर रात क्लब को बंद कराया गया था। शहर में देर रात तक चलने वाले क्लब के खिलाफ पुलिस लगातार कार्यवाही कर रही है, फिर भी पुलिस की कार्यवाही से क्लब के संचालन पर कोई असर नहीं दिख रहा है।
क्लब और बार के संचालन के क्या है नियम :
सरकारी नियमों के अनुसार पब और बार के संचालन का समय रात्रि 10 बजे तक ही निर्धारित है, DJ और साउंड सिस्टम को भी रात्रि 10 बजे तक बंद करने का नियम है, लेकिन पबों में देर रात तक DJ की धुन के साथ नशे में युवा थिरकते रहते है और प्रशासन मौन सहमति बनाकर रखता है।
राज्य में देर रात तक डीजे बजाने और देर रात तक होटलें अथवा रेस्टोरेंट खोले रखने पर सरकारी नियम है की रात के 10 बजे तक डीजे बंद , और कोई भी होटल , पब या रेस्टोरेंट रात 11 बजे के बाद संचालित नहीं किया जा सकता, ज्यादा देर तक खुले रहने के कारण असामाजिक और शरारती तत्वों का जमावड़ा होता है, जिसके कारण कई बार लड़ाई – झगड़े अथवा चाकूबाजी की घटना होने की आशंका रहती है।
देर रात तक इन पबों के चलने से घटनायें होने की रहती है आशंका :
देर रात शराब के नशे में धुत्त युवा कभी आपस में उलझ पड़ते है, कभी वाहन चलाते समय दुर्घटना के शिकार हो जाते है, कई बार डांस करते – करते युवाओं के गुटों में मारपीट तक हो जाती है, सामान्य तौर पर कई होटलें , पब और बार नियमों को ताक में रखकर आधी रात तक खुले रहते है, जिससे कई बार झड़पें और युवाओं के बीच लड़ाई झगड़े की ख़बरें आती रहती है।