रायपुर : आशाराम बापू के जेल जाने के बाद से उनके आश्रमों पर संचालकों का आधिपत्य है, ऐसे में संस्थान से जुड़े लोग लगातार मनमानी कर रहे है, ऐसे ही छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से भी एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसमें रायपुर के आशाराम के आश्रम में किसी अन्य संत का सत्संग कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, जो कि मुख्य संचालक की जानकारी में भी नहीं है। ऐसे में आशाराम बापू के साधकों ने इस बात का विरोध जताया है। आमतौर ऐसा होता है कि किसी अन्य संत का कार्यक्रम संस्थान के प्रमुख संत द्वारा उसके साथ ही आयोजित किया जाता है, ऐसे में किसी संत की अनुपस्थिति में दूसरे संत का कार्यक्रम आयोजित करना नैतिकता के विरुद्ध है, जिसको लेकर साधकों ने अपना विरोध जताया है।
साधकों ने इस मामले में बताया है, कि इस कार्यक्रम की कोई भी अनुमति अहमदाबाद के प्रमुख आश्रम से ना ली गई है और ना ही मिली है, फिर भी कार्यक्रम जबरदस्ती आयोजित किया जा रहा है, जो कि मुख्य संचालक की जानकारी में भी नहीं है। ऐसे में आयोजकों का यह कार्यक्रम अवैधानिक रूप से आयोजित किया जा रहा है, जिसके कारण साधकों ने अपनी नाराजगी जताई है। यह कार्यक्रम 17 अप्रैल 2025 को शाम को 6 बजे आशाराम बापू के 89 वें जन्मोत्सव को लेकर आयोजित किये जाने की खबर है, जो कि सिन्धी समाज के एक प्रतिष्ठित संत है।