राजनीति : नितीश मौका देखकर पलती मार लेते है ये कोई नई बात नहीं है, विपक्षी दलों के गठबंधन पर बड़ी खबर आ रही है, सूत्रों के हवाले से खबर है कि गठबंधन में कांग्रेस की बढ़ती सक्रियता से नीतीश कुमार नाराज हैं। बता दें कि विपक्ष को एकजुट करने की पहल नीतीश कुमार ने की थी, लेकिन बेंगलुरू में हुई विपक्ष की बैठक में तरजीह ना मिलने से नीतीश कुमार नाराज हैं। नितीश के प्रधानमंत्री बनने का सपना टूट रहा है, आखिर क्या चाहते है नितीश? अब ये कयास लगाये जा रहे है की नितीश इस घटना के बाद NDA में लौट सकते है, खबर है की विपक्षियों की एकजुटता सिर्फ मोदी हटाओ के आधार पर है, जबकि सबकी विचार धारा अलग – अलग है, तो ये सब एक कैसे रहेंगे ? ऊपर से कांग्रेस का बढ़ता दखल , जबकि कांग्रेस की साख लगातार गिर रही है, बाकी राजनैतिक परिदृश्य समय तय करेगा, लेकिन भाजपा नितीश को अपने साथ नहीं लेगी क्यूंकि नितीश खुद इस बार 44 सीटों पर सिमट चूके है ऊपर से भाजपा के साथ धोखा, नितीश की हार के बाद भी भाजपा ने उन्हें बिहार का मुख्यमंत्री नियुक्त किया था।
