बांग्लादेश : बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना फिलहाल भारत में ही रहेंगी। भारत सरकार ने सोमवार को उनकी सरकार के पतन के बाद अंतरिम प्रवास की इजाजत दे दी है। डेली सन ने एक रिपोर्ट में कहा, इस अवधि के दौरान, हसीना को ब्रिटेन में शरण प्राप्त करने तक भारत सभी तरह की सहायता प्रदान करेगा। उनके ब्रिटेन में स्थानांतरण तक, भारत में उनके प्रवास को केवल अस्थायी रूप से मंजूरी दी गई है। अभूतपूर्व सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद सोमवार को हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और भारत के रास्ते लंदन जाने वाली हैं।
हसीना मांग रहीं ब्रिटेन से शरण :
डेली सन ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि अभी तक, बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री को राजनीतिक शरण दिए जाने के संबंध में ब्रिटेन सरकार की ओर से कोई पुष्टि नहीं की गई है। हसीना वर्तमान में ब्रिटेन में शरण मांग रही हैं, उनके साथ उनकी बहन रेहाना भी हैं, जो ब्रिटेन की नागरिक हैं। बांग्लादेश के राष्ट्रपिता शेख मुजीबुर रहमान की छोटी बेटी रेहाना शेख हसीना की छोटी बहन भी हैं। उनकी बेटी ट्यूलिप सिद्दीक ब्रिटेन में लेबर पार्टी से संसद की सदस्य हैं।
शेख हसीना ने 2009 में संभाली थी बांग्लादेश की सत्ता :
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की नेता बेगम खालिदा जिया को हराने के बाद शेख हसीना ने 2009 में सत्ता संभाली थी। हसीना और जिया, दोनों ने अपने-अपने राजनीतिक आंदोलन अपने मारे गए शासकों से विरासत में प्राप्त किए थे। हसीना के मामले में यह उनके पिता शेख मुजीबुर्रहमान से था, जबकि जिया के मामले में उनके पति जियाउर रहमान, जिन्होंने मुजीब की हत्या के बाद सत्ता संभाली थी। 1981 में जियाउर रहमान की हत्या कर दी गई थी।
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ढाका के घटनाक्रम पर भारत की नजर :
भारतीय सरकार के सूत्रों ने कहा कि नई दिल्ली ढाका में हो रही तेजी से बदल रहे घटनाक्रम पर करीब से नजर रख रही है। ढाका में बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-ज़मान ने कहा कि शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है और एक अंतरिम सरकार जिम्मेदारियां संभाल रही है। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- “मैं सभी जिम्मेदारियां ले रहा हूं। कृपया सहयोग करें।” सेना प्रमुख ने कहा कि उन्होंने राजनीतिक नेताओं से मुलाकात की है और उन्हें बताया कि सेना कानून और व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालेगी। शेख हसीना सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों में पिछले दो दिनों में 123 लोग मारे गए हैं।